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जयपुर: राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर जमकर निशाना साधा गया। कांग्रेस नेताओं की तरफ से पायलट पर विधायकों को तोड़ने और सरकार गिराने का आरोप लगाया गया। वहीं, इन आरोपों पर सचिन पायलट ने कहा कि वह इस तरह के बयानों से आहत हैं। साथ ही कहा कि उन्होंने पार्टी से पद की कोई मांग नहीं की है। 

सचिन पायलट ने कहा, मुझे लेकर जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया गया, उससे मैं काफी दुखी हूं। मुझे लगता है कि हमें भूल जाना चाहिए कि क्या कहा गया था। राजनीति में बातचीत का स्तर बना रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी के भीतर व्यक्तिगत वैमनस्य की भावना नहीं होनी चाहिए। सभी को मुद्दों और नीति के आधार पर काम करना चाहिए। 

पायलट ने कहा, हमने पार्टी या पार्टी नेतृत्व के खिलाफ कभी कुछ नहीं बोला, ना ही कुछ किया। कई लोगों ने कई अफवाहें फैलाईं और कई सवाल उठाए लेकिन हम उस स्टैंड पर कायम हैं जो हमने 30 दिन पहले लिया था।

 

जब पायलट से उपमुख्यमंत्री पद फिर से हासिल करने को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा, मैंने पार्टी से कोई मांग नहीं की है। मैं एक विधायक और एक कांग्रेस कार्यकर्ता हूं, जो भी पार्टी मुझसे करने को कहेगी मैं वह करूंगा। 

दूसरी तरफ, जब सचिन पायलट राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुंचे तो एक बार फिर उनके समर्थकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई। बता दें कि, पायलट ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से दिल्ली में मुलाकात की थी। उनके और पार्टी के कुछ विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दों के निवारण के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। 

 

 

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