नई दिल्ली: सचिन पायलट के खेमे के बागी विधायक दिल्ली में हैं। उन्होंने भाजपा द्वारा उनको उनकी पार्टी से दूर रहने का दबाव बनाने की बात का खंडन किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज आरोप लगाया था कि कांग्रेस के विधायक पार्टी से मदद मांग रहे हैं, वे वहां से भागना चाहते हैं। सचिन पायलट के खेमे के विधायकों ने मुख्यमंत्री के इस दावे का खंडन करते हुए अपने वीडियो संदेश जारी किए हैं।
दौसा के विधायक मुरारी लाल मीणा ने कहा है कि ''हमने न तो कांग्रेस छोड़ी है, न भाजपा के साथ गए हैं। हम माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के पिछले डेढ़ साल की कार्यप्रणाली की शिकायत लेकर हाईकमान के सामने अपनी व्यथा रखने दिल्ली आए हुए हैं।''
नीम का थाना के विधायक सुरेश मोढ़ी ने कहा कि ''हमारे आसपास न तो बाउंसर हैं, न हमें भाजपा ने बंधक बना रखा है। हम यहां स्वेच्छा से बैठे हैं। माननीय अशोक जी गहलोत ने मेरे क्षेत्र में कोई काम नहीं किया। अब हम पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। उनसे निवेदन है कि कुर्सी बचाए रखें पर गलत आरोप न लगाएं।''
चाकसू के विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने कहा कि ''हम लोग यहां सचिन पायलट के साथ हैं, कांग्रेस के साथ हैं। किसी ने अब तक ये नहीं कहा है कि हम कांग्रेस के खिलाफ हैं। हम सचिन पायलट जी को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने आए हैं।''