जयपुर: राज्यसभा चुनाव से पहले राजस्थान की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप जारी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विधायकों के खरीद-फरोख्त के आरोप लगा दिए। इसके बाद राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पुनिया ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय से देख रहा हूं मुख्यमंत्री अनर्गल बातें करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय के राजस्थान में सियासी ड्रामा जारी है और इसमें खुद सीएम लगे हुए हैं। जो आदमी एक जिम्मेदार पद पर बैठा है वह अनर्गल बातें कर रहा है।
राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष ने कहा, 'बीते कुछ समय से मैं देख रहा हूं कि जैसे दिमागी तौर पर कोई व्यक्ति असंतुलित हो जाता है, वह वैसे ही बोल रहे हैं। जो मन में आए वह बोल रहे हैं। उनके बयानों से एक बैखलाहट, निराशा और हताशा साफ झलकती है।' सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस का कोई भी विधायक हमारे संपर्क में नहीं है, जो भाजपा के साथ जुड़ना चाहता है, जो पीएम मोदी की नीतियों में विश्वास रखता है, जो कांग्रेस की नाकारा सरकार को लात मारना चाहता है, हम उसका स्वागत करते हैं।
इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि राजस्थान से राज्यसभा की सीट पर कांग्रेस के दोनों प्रत्याशी जीतेंगे और इसमें किसी को भ्रम नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी और उसके आलाकमान पर आरोप लगाया कि राजस्थान में सरकार तोड़ने के लिए षड्यंत्र किया जा रहा है।
गहलोत ने पीएम मोदी और अमित शाह पर साधा निशाना
इसके साथ ही गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा और कहा, “देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है। नरेंद्र मोदी हों या अमित शाह.. दो लोग फैसले कर रहे हैं पूरे देश में, जो कि अच्छी परंपरा नहीं है।' उन्होंने कहा कि कोरोना से उत्पन्न संकट के बावजूद भाजपा सरकारें तोड़ने में लगी है।
विधायकों की खरीद-फरोख्त नहीं हो सकी इसलिए चुनाव को आगे बढ़वाया गया
गहलोत ने कहा, “कोरोना पूरी दुनिया में चुनौती है और इस समय भी तोड़फोड़ करना उनकी फितरत में है। मध्य प्रदेश में सरकार तोड़ दी, अब राजस्थान में षड्यंत्र कर रहे हैं। ये लोग जनता के सामने बेनकाब हो चुके हैं।' गहलोत ने आरोप लगाया कि विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनावों को आगे बढ़ाया गया। उन्होंने कहा, “ये चुनाव पहले हो सकते थे, तैयारियां हो चुकी थीं। उसके बावजूद बिना कारण के इन चुनावों को स्थगित कर दिया गया। उस वक्त भी मैंने कहा था कि भाजपा की खरीद-फरोख्त पूरी नहीं हुई है जिस कारण चुनावों को स्थगित किया गया। गुजरात के हमारे साथी अकारण यहां आकर बैठे हुए थे। अब जब चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई है तो चार लोग गुजरात में इस्तीफा दे चुके हैं।'
भाजपा ने कैंडिडेट बदलकर चुनाव को बना दिया दिलचस्प
राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिये 19 जून को चुनाव होगा जिसके लिये कांग्रेस ने के सी वेणुगोपाल ओर नीरज डांगी को प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने शुरूआत में राजेन्द्र गहलोत को अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन पार्टी ने नामांकन के अंतिम दिन ओंकार सिंह लखावत को दूसरे प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतार कर सबको चौंका दिया था।