जयपुर: राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने की बात को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मेरा मानना है कि इस पूरे मामले को पार्टी के अंदर सहयोगपूर्वक सुलझाया जा सकता था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। वह लगभग 18 वर्षों तक कांग्रेस में रहे। उन्हें कांग्रेस में राहुल गांधी का सबसे विश्वस्त माना जाता था।
वही, कांग्रेस एक अन्य नेता अजय माकन ने बुधवार को कहा कि पार्टी बेहद कठिन परिस्थितियों से गुजर रही है। कांग्रेसजनों को इस कठिन दौर में अपना सर्वस्व बलिदान कर पार्टी के साथ खड़ा होना चाहिए। माकन की यह टिप्पणी ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के कुछ ही घंटे बाद आई है। सिंधिया के जाने के साथ ही उनके समर्थक 22 विधायकों के इस्तीफे से राज्य की कांग्रेस सरकार पर अस्तित्व का संकट मंडराने लगा है।
माकन ने कहा, 'आज कांग्रेस कठिन दौर से गुजर रही है। कुछ ताकतें देश को और इस एकता के सूत्र में बांधे रखने वाली पार्टी को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। जो लोग कांग्रेस की विचारधारा को मानते हैं, यह उनका कर्त्तव्य है कि परीक्षा के ऐसे समय में वे पार्टी के साथ खड़े रहें।