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नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को भाजपा में 'दागी' राजनेताओं की एंट्री पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस समय बीजेपी उल्लेखनीय गति से आगे बढ़ रही है। उन्होंने इसकी तुलना रोगग्रस्त फसलों की और कहा कि संगठन को इसे साफ करने की जरूरत है।

नागपुर के सांसद ने भाजपा के तेजी से विस्तार का जिक्र करते हुए कहा, "जैसे-जैसे फसल बढ़ती है, बीमारियां भी बढ़ती हैं।" उन्होंने कहा, "भाजपा के पास बहुत सारी फसलें हैं, जो अच्छे अनाज के साथ-साथ कुछ बीमारियां भी लाती हैं, इसलिए हमें ऐसी बीमार फसलों पर कीटनाशकों का छिड़काव करना पड़ता है।"

नए सदस्यों को वैचारिक प्रशिक्षण देने पर दिया जोर

मुंबई तक को दिए इंटरव्यू में उन्होंने भाजपा की अखंडता को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है। अलग-अलग कारणों से नए लोग आ रहे हैं। उन्हें प्रशिक्षित करना, अपनी विचारधारा में जोड़ना और कार्यकर्ता बनाना हमारी जिम्मेदारी है। हमारे प्रयास जारी हैं।

उन्होंने कहा, एक हजार कार्यकर्ता खड़े होते हैं, लेकिन कभी-कभी एक कार्यकर्ता कुछ कह देता है और उन हजार कार्यकर्ताओं के प्रयास व्यर्थ हो जाते हैं।"

उनका ये बयान ऐसे समय पर आया है, जब बीजेपी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है। बीजेपी महाराष्ट्र में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारी शिवसेना (एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली) और अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ चुनाव लड़ रही है।

'सरकार धर्मनिरपेक्ष होनी चाहिए'

केंद्रीय मंत्री ने भारतीय संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों पर भी जोर देते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन को धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए। उन्होंने कहा, "कोई व्यक्ति कभी धर्मनिरपेक्ष नहीं हो सकता, लेकिन राज्य, सरकार और प्रशासन को धर्मनिरपेक्ष होना होगा।"

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी के स्थानीय नेतृत्व की क्षमताओं पर विश्वास है। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में मेरी कोई भूमिका नहीं है। यहां के नेता सक्षम हैं और उन्हें फिलहाल मेरी मदद की जरूरत नहीं है। लेकिन जब भी उन्हें मेरी जरूरत होगी, मैं उनकी मदद करूंगा।"

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