कोच्चि: कुवैत में आग लगने की घटना में मारे गए 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विशेष विमान शुक्रवार सुबह (14 जून 2024) कोच्चि पहुंच गया है। विमान में राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी मौजूद रहे, जिन्होंने शीघ्र वापसी सुनिश्चित करने के लिए कुवैत के अधिकारियों के साथ लगातार कॉर्डिनेट किया। विमान के कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर एर्नाकुलम रेंज के डीआईजी पुट्टा विमलादित्य ने कहा, "हमने शवों को प्राप्त करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली हैं। हमने पीड़ितों के परिवार के सदस्यों के साथ भी बातचीत की है। जैसे ही शव मिल जाएंगे, तो उन्हें उचित तरीके से उनके संबंधित स्थानों पर ले जाया जाएगा। 23 शव केरल के हैं, 7 तमिलनाडु के हैं और 1 कर्नाटक का है।"
भारतीय दूतावास ने खुद पोस्ट करके दी जानकारी
इससे पहले विमान के कुवैत से रवाना होने से पहले कुवैत में स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय वायुसेना के इस स्पेशल विमान के रवाना होने से जुड़ी खबर एक्स पर पोस्ट की।
भारतीय दूतावास ने एक्स पर लिखा, "कुवैत में आग लगने की घटना में 45 भारतीय पीड़ितों के पार्थिव शरीर को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विशेष विमान कोच्चि के लिए रवाना हो गया है। राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी इस विमान में सवार हैं।
इमारत में आग से 49 मजदूरों की हुई थी मौत
बता दें कि दक्षिणी कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में बुधवार (13 जून 2024) को एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने से 49 विदेशी मजदूरों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए थे। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, कुवैत के प्रथम उप प्रधान मंत्री और रक्षामंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल-सबाह ने बताया था कि अधिकारियों ने 48 शवों की पहचान की है, जिनमें से 45 भारतीय और तीन नागरिक फिलिपींस के हैं। उन्होंने कहा कि एक शेष शव की पहचान करने के प्रयास अभी भी जारी हैं। अधिकारियों ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले अधिकांश भारतीय पीड़ित केरल से हैं। केरल के 19 लोगों की जान इस हादसे में गई है।
केरल सरकार ने 5-5 लाख रुपये के मुआवजे का किया था एलान
वहीं केरल सरकार ने गुरुवार (13 जून 2024) को कुवैत अग्निकांड में मारे गए 19 केरलवासियों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का फैसला किया था। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी किए गए एक बयान में बताया था कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आज सुबह मंत्रिमंडल की एक आपात बैठक में यह फैसला लिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने अपने बयान में यह भी बताया था कि इस हादसे में घायल हुए लोगों के इलाज और मृतकों के शव वापस भारत लाने के प्रयासों में समन्वय के लिए राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज को कुवैत भेजा गया था।