नई दिल्ली: नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (नीट) यूजी 2024 की परीक्षा और इसके परिणाम को लेकर विवाद जारी है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार (13 जून, 2024) को अहम टिप्पणी करते हुए कहा कि छात्रों को डरने की जरूरत नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा, ''काउंसलिंग होती रहेगी और हम इस पर रोक नहीं लगा रहे हैं। परीक्षा होती है तो सब कुछ समग्रता से होता है। ऐसे में डरने की कोई बात नहीं है।'' कोर्ट ने कहा कि पूरी तरह से एग्जाम को रद्द कर देना अभी उचित तरीका नहीं है।
ग्रेस मार्क्स वालों को देनी होगी परीक्षा
वहीं, केंद्र सरकार के वकील ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय की गठित की गई चार सदस्यीय कमेटी ने 1500 से ज्यादा बच्चों के फिर से पेपर कराने का सुझाव दिया है। ये लोग फिर से परीक्षा नहीं देते हैं तो ग्रेस नंबर हटाने के बारे में सोचा जा सकता है।
याचिका में क्या कहा गया?
फीजिक्स वाला के सीईओ अलख पांडे ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के 1,500 से अधिक उम्मीदवारों को कथित तौर पर मनमाने तरीके से ग्रेस नंबर दिए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कोर्ट ने अब्दुल्ला मोहम्मद फैज और जे. कार्तिक की अलग-अलग दायर दो याचिकाओं पर भी सुनवाई की।
याचिका में सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया गया है कि वह नीट-यूजी 2024 की परीक्षा प्रक्रिया और नतीजों की जांच के लिए अपनी निगरानी में विशेषज्ञों की एक समिति गठित करे।
सरकार और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से मांगा था जवाब
सुप्रीम कोर्ट ने कथित तौर पर प्रश्नपत्र लीक होने और अन्य गड़बड़ियों को देखते हुए नीट-यूजी 2024 को फिर से कराने के अनुरोध वाली याचिका पर मंगलवार (11 जून, 2024) को केंद्र सरकार और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) से जवाब मांगा था। वहीं, विवाद के बीच एनटीए ने जवाब दिया।
एनटीए ने क्या कहा?
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह ने नंबरों में बढ़ोतरी के कारण 67 उम्मीदवारों के टॉपर होने को लेकर जवाब दिया। सुबोध कुमार सिंह ने मीडिया से कहा, ''720 में से 720 अंक पाने वाले 67 उम्मीदवारों में से 44 उम्मीदवारों को फिजिक्स की उत्तर कुंजी में संशोधन के कारण और छह को समय की हानि के कारण नंबर दिए गए।
उन्होंने स्पष्ट किया, ''ग्रेस पाने वाले केवल दो छात्रों को 718 और 719 अंक मिले हैं।''
छात्र क्या मांग कर रहे हैं?
छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में धांधली हुई है। ऐसे में काउंसलिंग पर रोक लगाई जाए और पेपर फिर से होने चाहिए है। नीट यूजी- 2024 रिजल्ट जारी होने के बाद छात्रों ने आरोप लगाया है कि इसमें गड़बड़ी हुई है। पहली बार ऐसा हुआ है, जब जारी 67 छात्र टॉपर हैं।