नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): सोनिया गांधी फिर से कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की अध्यक्ष चुनी गई हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, यह बड़ी बात है कि हमारी नेता फिर से सीपीपी अध्यक्ष बनी हैं, वे हमारा मार्गदर्शन करेंगी। खड़गे ने कहा, इससे बेहतर क्या हो सकता है, जो इंसान पार्टी के लिए अपनी सारी खुशियां छोड़कर पार्टी की सेवा कर रही हैं, मैं उनको सैल्यूट करता हूं। उन्होंने अपनी तकलीफ को पीछे रख कर देश के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी।
पीएम के शपथ ग्रहण समारोह के बारे में कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल का कहना है कि "जब हमें न्योता ही नहीं मिला, तो हमें क्या पता कि फॉरेन से कौन से अतिथि आ रहे हैं। हमें तो सिर्फ मीडिया से पता चल रहा है। हमें कोई इनविटेशन नहीं दिया गया है।"
नेताओं ने कहा- ये एक भावुक पल
सोनिया के दोबारा सीपीपी चुने जाने के मौके पर कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा, "सोनिया गांधी के फिर से कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष चुने जाना हमारे लिए एक भावुक पल था।
इस मौके पर सोनिया गांधी न कहा कि आप सभी ने एक बार फिर मुझ पर जो बड़ी जिम्मेदारी डाली है, उसके प्रति मैं गहराई से सचेत हूं। सबसे पहले मैं सभी नवनिर्वाचित लोकसभा सांसदों का अभिनंदन करती हूं। आपने सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कठिन चुनाव लड़ा है। आपने कई बाधाओं को पार किया है और बहुत प्रभावी ढंग से अभियान चलाया है। आपकी सफलता ने हमें लोकसभा में अधिक उपस्थिति और इसकी कार्यवाही में अधिक प्रभावी आवाज प्रदान की है, ये दोनों हमारी भागीदारी को अधिक ताकत देने में मदद करेंगे।
सोनिया ने कहा कि कई लोगों ने तो कह दिया था कि हम खत्म हो जाएंगे। लेकिन खड़गे जी के दृढ़ नेतृत्व में हम टिके रहे। वह हम सभी के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा वास्तव में ऐतिहासिक आंदोलन थे, जिन्होंने हमारी पार्टी को पुनर्जीवित किया। अभूतपूर्व व्यक्तिगत और राजनीतिक हमलों के बावजूद लड़ने की अपनी दृढ़ता और दृढ़ संकल्प के लिए राहुल विशेष धन्यवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा, 'संसद में कांग्रेस की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। भारत के सहयोगियों की ताकत से भी हमें बल मिला है।' लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के संबंध में सोनिया ने कहा, 'हमें उन राज्यों में अपनी स्थिति सुधारने पर भी विचार करना चाहिए, जहां हमारा प्रदर्शन हमारी अपेक्षाओं से काफी कम रहा है।'
'जनादेश खो चुके हैं नरेंद्र मोदी'
सोनिया गांधी ने कहा कि 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वह जनादेश खो दिया है, जिसकी उन्हें तलाश थी। इसलिए उन्होंने नेतृत्व का अधिकार भी खो दिया है। केवल अपने नाम पर जनादेश मांगने वाले पीएम मोदी को राजनीतिक और नैतिक हार का सामना करना पड़ा। विफलता की जिम्मेदारी लेने के बजाय, वह कल फिर से शपथ लेने का इरादा रखते हैं।' कांग्रेस संसदीय दल का अध्यक्ष चुने जाने पर सोनिया गांधी ने चुनावी नतीजों पर कहा, 'हमारे लिए अपने देश में संसदीय लोकतंत्र स्थापित करने और संसदीय राजनीति को पटरी पर लाने का नया अवसर है।'