नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। शुक्रवार को कई बैठकों के दौर के बाद एनडीए नेताओं का समूह राष्ट्रपति द्रौपदि मुर्मू से मिलने पहुंचा और उन्हें सरकार बनाने का प्रस्ताव सौंपा। सरकार बनाने का दावा पेश करने एनडीए की तरफ से अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, नीतीश कुमार, एकनाथ शिंदे सहित 16 दलों के नेता राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज शाम साढ़े छह बजे राष्ट्रपति मुर्मू से मिलने जाएंगे। राष्ट्रपति उनको पीएम नामित करने के बाद अधिकारिक तौर पर शपथ का वक्त और स्थान तय करेंगी।
लोकसभा चुनाव के नतीजों में एनडीए गुट ने 293 सीटें हासिल की थीं, जो कि बहुमत के जादूई आंकड़े 272 से ज्यादा हैं। हालांकि एनडीए का नेतृत्व करने वाली भारतीय जनता पार्टी इस बार बहुमत के आंकड़े से काफी पीछे रह गई, ऐसे में मान मनोव्वल को लेकर बैठकों का लंबा दौर चला। हालांकि शुक्रवार दोपहर एनडीए नेताओं ने राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया और सभी कयासों पर विराम लगा दिया।
लालकृष्ण आडवाणी से मोदी ने लिया आशीर्वाद
इससे पहले शुक्रवार (7 जून) को एनडीए संसदीय दलों की बैठक में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया, जिसके बाद मोदी लालकृष्ण आडवाणी से आशीर्वाद लेने उनके घर पहुंचे। संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनडीए का अलायंस सबसे सफल गठबंधन है। उन्होंने कहा, "यह सत्ता प्राप्त करने का, सरकार चलाने का या कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है। ये राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से नेशन फर्स्ट के प्रति कमिटेड समूह है।"
संसदीय दल की बैठक में क्या बोले नरेंद्र मोदी?
नरेंद्र मोदी ने कहा, "एनडीए सरकार ने देश को गुड गवर्नेंस दिया है और एक प्रकार से एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन जाता है। हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है। हिंदुस्तान की राजनीतिक इतिहास में और हिंदुस्तान की राजनीति के गठबंधन के इतिहास में प्री पोल अलाइंस इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है, जितना की एनडीए हुआ है।"
प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए नरेंद्र मोदी का शपथ ग्रहण 6 जून को हो सकता है, जिसमें विश्व के कई नेता शामिल होंगे।