नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): लोकसभा चुनाव 2024 का रिजल्ट जारी होने के बाद दिल्ली में सरकार बनाने की खींचातानी अभी भी जारी है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक नरेंद्र मोदी 9 जून की शाम 6 बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इससे पहले शपथ ग्रहण की तारीख 8 जून को तय की गई थी।
"एनडीए के दलों समर्थन के पत्र नड्डा को सौंपे"
इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बहुमत नहीं मिला, जिसके बाद सरकार बनाने को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थी। इससे पहले बुधवार (5 जून) को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए गठबंधन का नेता चुना गया था। एनडीए की बैठक में एनडीए के सभी घटक दलों ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपना समर्थन पत्र सौंपा था।
एनडीए की बैठक के प्रस्ताव में कहा गया, "एनडीए के दलों ने लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एकजुटता के साथ लड़ा और जीता। हम सभी नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से एनडीए का नेता चुनते हैं। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार गरीब-महिला-युवा-किसान और शोषित, वंचित व पीड़ित नागरिकों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
शपथ ग्रहण से दिल्ली में होगी बीजेपी की मीटिंग
नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण के पहले दिल्ली में दो मीटिंग होगी। पहली मीटिंग 7 जून को होगी, जिसमें बीजेपी के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पहुंचेंगे। इसमें लोकसभा चुनाव के नतीजे को लेकर समीक्षा की जाएगी, जिसमें पार्टी के कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी भी मौजूद होंगे। इसके बाद अगले दिन 8 जून को दूसरी मीटिंग हो सकती है, जिसमें बीजेपी के सभी सांसद मिलकर नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुनेंगे।
इस बार बीजेपी को नहीं मिली बहुमत
इस लोकसभा चुनाव में एनडीए को भले ही बहुमत मिल गया है, लेकिन उन्हें इंडिया गठबंधन से बराबर की टक्कर मिली है। इस लोकसभा चुनाव में एनडीए ने 293 सीटों पर है, तो इंडिया गठबंधन 234 सीटों पर है। जबकि अन्य ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की। बीजेपी इस बार 2019 के लोकसभा चुनाव जैसा प्रदर्शन दोहराने में नाकाम रही है। खासकर उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में बीजेपी को जबरदस्त नुकसान हुआ है। 2024 में बीजेपी का आंकडा 240 तक पहुंचने में मध्य प्रदेश और ओडिशा की महत्वपूर्ण भूमिका रही। मध्यप्रदेश में बीजेपी ने सभी 29 सीटें जीतीं, वहीं ओडिशा में 21 मेंं से 20 सीटों पर जीत दर्ज की।