नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में शनिवार को 62.36 प्रतिशत मतदान हुआ। पश्चिम बंगाल के संदेशखालि क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थकों के बीच हिंसा की घटनाएं सामने आईं तथा कुछ मतदान केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी और धांधली की शिकायतें दर्ज की गईं। मतदान प्रतिशत बताने वाले निर्वाचन आयोग के एक ‘ऐप’ पर रात 12 बजकर 30 मिनट पर जारी आंकड़ों के अनुसार आखिरी चरण में मतदान प्रतिशत 62.36 रहा।
झारखंड में करीब 70.66 प्रतिशत मतदान हुआ। उत्तर प्रदेश में 55.59, पश्चिम बंगाल में 73.47, बिहार में 51.92 और हिमाचल प्रदेश में 69.87 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं पंजाब में 59.92 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि चंडीगढ़ में करीब 67.90 प्रतिशत मतदान हुआ। ओडिशा में करीब 70.67 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चरण में केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की एक, पंजाब की सभी 13 और हिमाचल प्रदेश की चार, उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की नौ, बिहार की आठ, ओडिशा की छह और झारखंड की तीन लोकसभा सीट सहित 57 सीट पर मतदान हुआ।
ओडिशा की शेष 42 विधानसभा सीट के वास्ते चुनाव और हिमाचल प्रदेश की छह विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव भी इसी के साथ हुए।
अब सबका ध्यान चार जून को होने वाली मतगणना पर होगा। हालांकि अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव की मतगणना दो जून को होगी।
भीषण गर्मी के बीच इस चरण में वाराणसी संसदीय क्षेत्र में भी मतदान हुआ, जहां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
शनिवार के अंतिम चरण के मतदान के साथ ही 19 अप्रैल से शुरू हुई मैराथन मतदान प्रक्रिया का समापन हो गया। आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभाओं के लिए भी मतदान हुआ।
भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करके सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रहा है।विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ कुछ राज्यों में संयुक्त लड़ाई लड़कर राजग का मुकाबला कर रहा है।
निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित शाम 6.30 बजे की समय-सीमा के बाद प्रसारित कई ‘एग्जिट पोल’ में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान जताया गया।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के कई दलों के नेताओं ने चार जून को होने वाली मतगणना से पहले विपक्ष की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शाम को बैठक की और दावा किया कि उन्हें 295 से अधिक सीट मिलेंगी, जो अगली सरकार बनाने के लिए पर्याप्त हैं।
वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वास जताया कि लोगों ने राजग सरकार को फिर से चुनने के लिए रिकॉर्ड संख्या में मतदान किया है और ‘‘अवसरवादी इंडी गठबंधन’’ मतदाताओं के दिलों को छूने में विफल रहा है।
आम चुनाव के पहले छह चरणों में मतदान क्रमशः 66.14 प्रतिशत, 66.71 प्रतिशत, 65.68 प्रतिशत, 69.16 प्रतिशत, 62.2 प्रतिशत और 63.36 प्रतिशत रहा।
निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं से अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने और जिम्मेदारी एवं गर्व के साथ मतदान करने का आह्वान किया था।
शनिवार को मतदान समाप्त होने के बाद निर्वाचन आयोग ने अनेक चुनौतियों से पार पाते हुए मतदान केंद्रों तक पहुंचकर मतदान करने वाले मतदाताओं के प्रति शनिवार को ‘गहरी कृतज्ञता’ व्यक्त की।
निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा, "भारतीय मतदाताओं ने 18वीं लोकसभा के गठन के लिए अपने सबसे प्रिय अधिकार का प्रयोग किया है। भारतीय लोकतंत्र और भारतीय चुनाव ने एक बार फिर कमाल किया है। महान भारतीय मतदाताओं ने जाति, पंथ, धर्म, सामाजिक-आर्थिक और शैक्षिक पृष्ठभूमि से परे जाकर एक बार फिर यह कर दिखाया है।"
पश्चिम बंगाल के संदेशखालि में चुनाव में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हुई। भाजपा उम्मीदवार रेखा पात्रा ने आरोप लगाया कि टीएमसी के गुंडों ने मतदाताओं को मतदान करने से रोका। वहीं टीएमसी ने पलटवार करते हुए पात्रा और भाजपा के गुंडों पर चुनावी माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
बसंती एक्सप्रेस हाईवे पर जब दोनों समूहों में झगड़ा हुआ, तो पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
बशीरहाट के पुलिस अधीक्षक (एसपी) हुसैन मेहदी रहमान ने कहा कि संदेशखालि के बयारामारी में टीएमसी और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प के दौरान तीन लोग घायल हो गए। उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
तृणमूल कांग्रेस एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच यादवपुर एवं डायमंड हार्बर निर्वाचन क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों पर भी झड़प हुईं।
यादवपुर में टीएमसी, इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) और भाजपा के समर्थकों के बीच झड़प हुई और पार्टियों ने आरोप लगाया कि उनके मतदान एजेंट को मतदान केंद्रों में प्रवेश करने से रोका गया।
यादवपुर निर्वाचन क्षेत्र के भांगर में टीएमसी और आईएसएफ समर्थकों के बीच झड़प हुई, जिसमें दोनों ओर से देसी बम फेंके जाने का आरोप लगाया गया।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने लाठीचार्ज किया और कई देशी बम जब्त किये।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान आरंभ होने पर लोगों से बड़ी संख्या में वोट डालने का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘आइए, मिलकर अपने लोकतंत्र को और अधिक जीवंत बनाएं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण में आज मतदान हो रहा है। इस चरण के सभी मतदाताओं से मेरा निवेदन है कि लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। मुझे विश्वास है कि हमारे युवा और महिला मतदाता वोट डालने के लिए रिकॉर्ड संख्या में आएंगे।’’
चुनाव मैदान में कुल 904 प्रत्याशी हैं। इनमें प्रमुख उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती और अभिनेत्री कंगना रनौत शामिल हैं।
इस चरण में लगभग 5.24 करोड़ पुरुषों, 4.82 करोड़ महिलाओं और 3,574 ‘ट्रांसजेंडर’ मतदाताओं सहित 10.06 करोड़ से अधिक नागरिक मतदान करने के लिए पात्र थे।
अंतिम चरण के लिए प्रचार बृहस्पतिवार शाम को समाप्त हो गया था। चुनाव प्रचार के दौरान मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने कांग्रेस और विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) पर भ्रष्ट होने, हिंदू विरोधी होने, तुष्टीकरण और वंशवादी राजनीति में संलिप्त होने जैसे आरोप लगाये।
विपक्षी दल दावा कर रहे थे कि भाजपा किसान विरोधी, युवा विरोधी है और चुनाव जीतने पर संविधान को बदल देगी तथा उसे खत्म कर देगी।
बिहार की आठ लोकसभा सीट के साथ-साथ अगिआंव विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हुआ। लोकसभा चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री आर. के. सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद भी मैदान में हैं।
झारखंड में दुमका, राजमहल और गोड्डा सीट पर इस चरण में मतदान हुआ। सबकी निगाहें दुमका पर टिकी हैं, जहां जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी एवं भाजपा उम्मीदवार सीता सोरेन ‘इंडिया’ गठबंधन के नलिन सोरेन के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की तीन बार विधायक रहीं सीता सोरेन लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुई थीं।
ओडिशा में छह लोकसभा और 42 विधानसभा सीट के लिए मतदान हुआ।
विधानसभा अध्यक्ष प्रमिला मलिक, सरकार के मुख्य सचेतक प्रशांत मुदुली, ओडिशा भाजपा प्रमुख मनमोहन सामल और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा चुनाव मैदान में हैं।
पश्चिम बंगाल की दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, यादवपुर, कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर सीट के लिए भी मतदान हुआ।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के मौजूदा सांसद सुदीप बंदोपाध्याय, सौगत रॉय और माला रॉय, भाजपा की पूर्व केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता सुजान चक्रवर्ती समेत कई दिग्गज उम्मीदवार मैदान में हैं।
उत्तर प्रदेश की 13 सीट पर मतदान हुआ, जो सभी राज्यों में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सदस्य भेजता है।
पंजाब में, ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) 1996 के बाद पहली बार अपने दम पर चुनाव लड़ रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में चार लोकसभा सीट- हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा और शिमला और छह विधानसभा सीट-सुजानपुर, धर्मशाला, लाहौल और स्पीति, बड़सर, गगरेट और कुटलेहड़ के लिए उपचुनाव के तहत मतदान हुआ है। सभी की निगाहें मंडी पर हैं, जहां भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत का मुकाबला कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह से है।