नई दिल्ली (आशु सक्सेना): लोकसभा में आज (शुक्रवार) लोकसभा में उस वक्त सदन के संचालन पर सवालिया निशान लगाया गया, जब कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने जेएनयू और राहुल वैमुला मामले में सदन में हुई चर्चा का जो रिकार्ड सामने आया है, उसमें कांग्रेस के ज्योतिराजे सिंधिया की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया है जबकि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ की गई भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से नही हटाया गया है। उन्होंने कहा की यह अनुचित है, अगर सदन की कार्यवाही से किसी खास वक्तव्य को हटाना है, तो दोनों पक्षों के वक्तव्यों को हटाना चाहिए। सदन में थोड़े शोरशराबे के बीच संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव प्रताप रूड़ी हस्तक्षेप करते हुए जानकारी दी कि भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर का अभी सदन में नाम लिया गया है। वह सदन में मौजूद है। लिहाजा उन्हें इस मामले में बोलने की अनुमति दी जाए। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मंत्री के अनुरोध पर भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर को बोलने की अनुमति दे दी।
अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर की गई अपनी टिप्पणी पर कोई सफाई ना देते हुए अखबारों में प्रकाशित गुजरात के इशरत जहां फर्जी मुठभेड मामले की रिपोर्ट का जि़क्र करते हुए कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर दिया, कि 2009 में इशरत जहां मामले में सर्टीफिकेट किसने बदला था। इस पर जब कांग्रेस सदस्यों ने आपत्ति की, तब लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इस मामले को यह कह कर टाल दिया कि यह मामला मुझे देखना है, मैं इसे देख लूॅंगी। लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ने अनुराग ठाकुर की उस टिप्पणी पर कोई व्यवस्था नही दी, जिसमें अनुराग ठाकुर ने सवाल उठाया था कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आतंकवादियों और राष्ट्रद्रोहियों के समर्थन में जेएनयू में किये गये कार्यक्रम में मौजूद क्यों थे। बहरहाल जेएनयूू और राहुल बैमुला पर सदन में हुई चर्चा का दस्तावेज अब सदन की संपत्ति हो चुका है। इस रिकार्ड में क्या दर्ज है, यह कभी भविष्य में जब सदन में ऐसे किसी मुद्दे पर चर्चा होगी, तब कोई वक्ता सदन में की गई इन टिप्पणियों का जि़क्र करेगा।