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नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने गुरुवार को कहा कि लश्कर-ए-तैयाब और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को पाकिस्तान का खुला समर्थन मिल रहा है। उन्होंने इसकी निंदा करते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि इस बुराई से लड़ने के लिए वे एकजुट हों। सैन्य थिंक टैंक क्लॉज (सीएलएडब्ल्यूएस) की ओर से आयोजित एक सेमिनार में सुहाग ने कहा, खासकार सोशल मीडिया और मीडिया के मंचों के जरिये बढ़ रहे आईएस के प्रभाव ने वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए नई चुनौतियां खड़ी की हैं। उन्होंने कहा, अब इन समूहों को हिंसा का मात्र क्षेत्रीय रूप कहकर खारिज नहीं किया जा सकता। सेना प्रमुख ने उल्लेख किया कि इस तरह के जेहादी संगठन दुनिया के किसी भी हिस्से में पहुंचने के लिए वित्त, वाणिज्य की आपस में जुड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रणालियों का फायदा उठाते हैं। उन्होंने कहा, इसलिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए खुफिया सूचनाओं को साझा कर और एक-दूसरे से प्रशिक्षण तकनीक अपनाकर इस बुराई से लड़ना आवश्यक है।

हमें न सिर्फ तरीकों, बल्कि उन कारकों का भी समाधान करने की आवश्यकता है, जो आतंकवाद फैलाने में योगदान करते हैं। सुहाग ने कहा, 9/11, 26/11 और हाल में पेरिस पर हुए हमलों ने आतंक से संबंधित खतरे के संबंध में विश्व नेताओं की धारणा को बदल दिया है। वहीं, कार्यक्रम में मौजूद भाजपा नेता एमजे अकबर ने पाकिस्तान को जेहादियों का अभयारण्य करार दिया। गौरतलब है कि सुहाग का बयान जम्मू-कश्मीर के पंपोर में हुए हमले के बाद आया है। शुरुआती जांच के मुताबिक इस हमले को सीमापार से आए लश्कर आतंकियों ने अंजाम दिया था। इस हमले में दो कैप्टन सहित पांच जवान शहीद हो गए थे।

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