नई दिल्ली: रेल बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में पूर्व रेल मंत्री और लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे चुनावी बजट बताया है। खड़गे ने कहा कि यात्री किराया नहीं बढ़ाने के पीछे सबसे अहम कारण इस साल पांच राज्यों में होने वाले चुनाव हैं। खड़गे ने कहा कि पिछले एक साल में रेल मंत्री यात्री किराया में दो बार बढ़ोतरी कर चुके हैं। साथ ही कहा कि इस बजट में कुछ भी नया नहीं है। पूर्व रेल मंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने कहा है कि पटरी से रेल उतरी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे में रोजगार भी खत्म हो गया है। तृणमूल कांग्रेस ने रेल बजट को जीरो बजट बताया है। पार्टी के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि पिछले साल का रेल बजट जीरो बजट था इस साल का रेल बजट भी जीरो बजट है और दोनों को मिलाकर देखें तो यह एक 'बिग जीरो' है। पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मुंबई के लिए एलिवेटिड कोरिडोर का प्रस्ताव अब मुंबई के लोगों के लिए अच्छी खबर है। इसकी मांग मुंबई के लोग लंबे समय से कर रहे थे।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह विकासपरक बजट है। सबसे ज्यादा ध्यान रेल मंत्री ने बुनियादी ढांचे पर दिया है जो मौजूदा परिस्थिति में बेहद जरूरी था। पूर्व रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि इस रेल बजट में कुछ भी नया नहीं है और ऐसा रेल बजट लाने से बेहतर होता रेलमंत्री इसे पेश ही नहीं करते। सीपीएम के सांसद मोहम्मद सलीम ने कहा कि यह दिशाहीन बजट है। सिर्फ आंकड़ों को पेश करके कई तरह के दावे किए गए हैं, जिनका कोई आधार नहीं है।