नई दिल्ली(जनादेश ब्यूरो): हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमूला की खुदकुशी के मामले पर बहस का जवाब देते हुए स्मृति ईरानी भावुक हो गईं। उन्होंने कहा, मैंने अपना कर्तव्य का निर्वाह किया और इसके लिए मैं माफी नहीं मांगूंगी। उन्होंने कहा कि मुझे फांसी पर चढ़ाने की बात की जा रही है, वह अमेठी से चुनाव लड़ने की सजा दी जा रही है। स्मृति ईरानी ने कहा, मंत्री के रूप में 20 महीने के अपने कार्यकाल में मैंने बिना किसी भेदभाव के देश की और लोगों की सेवा की है। उन्होंने कहा, मुझ पर आरोप लगाया गया है कि मैं किस हैसियत से विश्वविद्यालयों को चिट्ठी लिखती हूं। ईरानी ने कहा, एक छात्र की मौत हो गई और इसके ऊपर राजनीतिक लड़ाई लड़ी जा रही है। क्या देश यह जानता है कि कार्यकारी परिषद जिसने (रोहित पर) फैसला लिया था, उसके एक भी सदस्य की नियुक्ति एनडीए ने नहीं की थी। सभी नियुक्तियां यूपीए द्वारा की गई थी।
मुझे जैसे ही इस घटना के बारे में पता चला, मैंने केसीआर जी (तेलंगाना के मुख्यमंत्री) को फोन किया। सिर्फ इसलिए कि कानून-व्यवस्था की स्थिति पर वह मदद करें। मुझे बताया गया कि साहब अभी व्यस्त हैं और फिलहाल बात नहीं कर सकते हैं।