नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आईएएस अधिकारियों से कहा कि वे निर्णय करते समय गरीब से गरीब व्यक्तियों के कल्याण को ध्यान में रखें क्योंकि वे 'सेवा' में हैं, 'नौकरी' में नहीं। मोदी ने यह टिप्पणी 2015 बैच के 181 आईएएस परिक्षार्थियों से बातचीत करते हुए की। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि मोदी ने अधिकारियों का आह्वान किया कि वे निर्णय करते समय गरीब से गरीब के कल्याण को ध्यान में रखने की महात्मा गांधी की बात को ध्यान में रखें। इसका जिक्र करते हुए कि इन परिवीक्षार्थियों में से कई ने आईएएस बनने से पहले निजी क्षेत्र में काम किया है। उन्होंने कहा कि उनके पहले का काम 'नौकरी' थी, अब वे 'सेवा' करने जा रहे हैं। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने चर्चा के दौरान पूर्वोत्तर के बारे में बात की और वहां प्रगति एवं सम्पर्क की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि यदि क्षेत्र विकास करता है, तो पूरा देश आगे बढ़ेगा।
एक सवाल के जवाब में मोदी ने कहा कि चार दशक से अधिक समय तक भारतभर में उनके द्वारा की गई यात्रा, एक राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर उनके अनुभवों से प्रधानमंत्री के तौर पर उनके कार्य में उन्हें मदद मिली।