नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): हरियाणा में जाट आरक्षण को लेकर चल रहा आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह हिंसक आंदोलन प्रदेश के लगभग सभी इलाकों में फैल गया है। जाट नेताओं ने ओबीसी कोटे के तहत जाटों को आरक्षण देने के लिए अध्यादेश लाए जाने तक आंदोलन खत्म करने से इनकार किया है। जाट आंदोलन के दौरान अभी तक 10 लोगों की मौत हुई है और करीब 150 लोग जख्मी हुए हैं। यह जानकारी आज (रविवार) हरियाणा के डीजीपी यशपाल सिंघल ने चंडीगढ़ में दी। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता दिल्ली के लिए जल आपूर्ति को बहाल करवाना और सड़क एवं रेल मार्ग को शुरू करवाना है। उन्होंने कहा,हमारे पास उपलब्ध अब तक की सूचना के मुताबिक पूरे राज्य में दस लोगों की मौत हुई है और करीब 150 जख्मी हुए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक झज्जर में गोलीबारी में कल जख्मी हुए चार लोगों की देर रात मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या 10 हो गई है। मारे गए दस लोग झज्जर, रोहतक और कैथल जिले के हैं। डीजीपी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता हरियाणा से दिल्ली को पानी की आपूर्ति बहाल करना है जो जाट आंदोलन के कारण प्रभावित हुआ है।
जाट आंदोलन के कारण हरियाणा के मूनक नहर से दिल्ली को पानी की आपूर्ति बुरी तरह बाधित हुई है। डीजीपी ने कहा, हमारी पहली प्राथमिकता दिल्ली को अकबरपुर बरोटा प्वाइंट (सोनीपत में) से जल की आपूर्ति बहाल करना है। पुलिस, अर्धसैनिक बल और हरियाणा के सिंचाई विभाग की तकनीकी टीम वहां पहुंच गई है और हम इसे तुरंत बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि दिल्ली वासियों को असुविधा नहीं हो। डीजीपी ने गृह सचिव पी के दास के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। कोटे की मांग को लेकर जारी जाटों के हिंसक प्रदर्शन पर हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने आज साफ तौर पर कहा कि ‘‘भीड़’’ से बात नहीं की जा सकती और राज्य सरकार के साथ परस्पर संवाद के लिए उन्हें एक समिति गठित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आंदोलन नेतृत्वहीन है और ‘‘भीड़तंत्र’’ प्रबल है। मंत्री ने कहा, इस वक्त, चल रहा आंदोलन नेतृत्वहीन बन गया है। यह भीड़तंत्र (भीड़ का शासन) के समान हो गया है। सरकार के साथ बातचीत के लिए जाटों को तत्काल एक समिति का गठन करना चाहिए। भीड़ के साथ हमलोग बात नहीं कर सकते हैं। उधर, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदेश में शांति के लिए भूख हड़ताल पर हैं। इस आंदोलन के समर्थन में उत्तर प्रदेश के जाट समुदाय ने भी आज रेल और सड़क यातायात को ठप कर दिया है। इस आंदोलन से दिल्ली में पानी की किल्लत हो गई है। हरियाणा से जल आपूर्ति में कटौती किए जाने पर दिल्ली सरकार ने कल (सोमवार) राजधानी में स्कूलों को बंद रखने की घोषणा की है। यह घोषणा जल संकट से निपटने के लिए शहर में पानी के नियंत्रित वितरण की नीति के तहत की गई है। एक उच्च स्तरीय आपात बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय और आवास, भारत के प्रधान न्यायाधीश, रक्षा प्रतिष्ठानों, अस्पतालों और दमकल विभाग के अलावा अन्य में पानी का नियंत्रित वितरण समान रूप से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनके आवास और कार्यालय पर पानी के नियंत्रित वितरण की बात लागू होगी। * प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा रोडवेज की कई बसों, 7 रेलवे स्टेशन, एक थाना और कुछ भवनों में आग लगा दी गई। हरियाणा में जाट आंदोलन से 800 से अधिक ट्रेनों के आवागमन प्रभावित हुए है। जिन रेलवे स्टेशनों को आग लगाई गई है उनमें झज्जर, बुद्ध खेड, जुलाना और पिल्लू खेडा स्टेशन शामिल हैं। रेलवे के प्रवक्ता ने कहा कि पिल्लू खेड़ा में दो ट्रैक मशीनों को भी आग लगा दी गई है। हरियाणा में जाट आंदोलन से 800 से अधिक ट्रेनों के आवागमन प्रभावित हुए है। आंदोलनकारियों ने सात रेलवे स्टेशनों को आग लगा दी है। जिन रेलवे स्टेशनों को आग लगाई गई है उनमें झज्जर, बुढ़ाखेड़ा, जुलाना और पिल्लूखेड़ा स्टेशन शामिल हैं। रेलवे के प्रवक्ता ने कहा कि पिल्लू खेड़ा में दो ट्रैक मशीनों को भी आग लगा दी गई है। जाट आरक्षण आंदोलन के चलते हरियाणा के हिंसक आंदोलन पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह के निवास पर बैठक आयोजित की गई। वहीं रोहतक जिले के कुछ स्थानों पर पहुंचने के लिए सेना को हेलीकॉप्टर का प्रयोग करना पड़ा। रोहतक में हरियाणा दुग्ध निगम के संयंत्र में आग लगा दी गयी है। आसपास के इलाकों के निवासियों से कहा गया है कि वे वहां से हट जाएं क्योंकि संयंत्र से गैस लीक होने की आशंका है। रोहतक, झज्जर, और भिवानी के अलावा पांच और शहरों में कर्फ्यू लगाया गया जिसमें जींद, हिसार और हांसी शामिल हैं। सोनीपत एवं गोहाना में भी कर्फ्यू लगाया गया है। सेना ने रोहतक और भिवानी जिलों में फ्लैग मार्च किया। राज्य में रेल और सड़क परिवहन प्रभावित रहा जिस कारण दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और चंडीगढ़ के लिए विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों से सेवा बाधित रही। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 (दिल्ली-अंबाला) और एनएच 10 (दिल्ली-हिसार-फाजिल्का) भी बाधित रहा। रेल अधिकारियों ने कई रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सुरक्षा बलों की गोलीबारी में आज पांच लोगों की मौत हो गई। रोहतक में अस्पताल के अधिकारियों ने बताया, एक घंटे पहले पीजीआईएमएस में आज दो मृतकों को लाया गया। एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी था जिसका ऑपरेशन हुआ लेकिन कुछ मिनट पहले उसकी मौत हो गई। झज्जर सिविल अस्पताल के अधिकारी ने कहा, एक व्यक्ति को झज्जर सिविल अस्पताल में लाया गया जिसकी मौत हो चुकी थी और उसके सिर में गोली के निशान थे। कैथल जिले में एक व्यक्ति की मौत हुई है। मृतकों में तीन की पहचान प्रवीण (झज्जर), कृष्ण (झज्जर) और नितिन (रोहतक) के रूप में हुई है। मारूति सुजुकी इंडिया ने गुड़गांव एवं मानेसर में अपने दो संयंत्रों पर परिचालन निलंबित कर दिया है। गुड़गांव में दो दिनों के लिए धारा 144 लगा दी गई है। जाट समुदाय के सैकड़ों लोगों ने एनएच-8, गढ़ी हरसरू रेलवे स्टेशन, अतुल कटारिया चौक, इफको चौक और दूसरे शहरों तथा शहर के दूसरे स्थानों पर सड़कें जाम की। इस पूरे आंदोलन में नया मोड़ आज उस वक्त आ गया जब जाटों और गैर-जाटों के बीच झड़पों की खबरें आईं। कैथल जिले और हिसार के हांसी इलाके में इन झड़पों में 10 लोग घायल हो गए हैं। आरक्षण की मांग को लेकर जाट प्रदर्शनकारियों की हिंसा को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की फिर से अपील की और कहा कि सरकार समस्या का समाधान ढूंढेगी। अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा के बाद उन्होंने कहा, इस तरह की घटनाओं से सौहार्दता खत्म होती है। प्रदर्शनकारियों से आंदोलन खत्म करने की अपील करते हुए खट्टर ने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने से कुछ हासिल नहीं होगा और अधिक संख्या में केंद्रीय बल राज्य में आ रहे हैं। जाट नेताओं ने ओबीसी श्रेणी के तहत जाटों को आरक्षण देने के लिए अध्यादेश लाए जाने तक आंदोलन खत्म करने से इनकार किया है। दिल्ली में जाट समुदाय के सैकड़ों युवकों ने शनिवार दिल्ली विश्वविद्यालय से रैली निकालकर आरक्षण की मांग की। उधर, उत्तर प्रदेश के जाट नेताओं के एक शिष्टमंडल ने शनिवार केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और आरक्षण के मुद्दे पर विचार की मांग की। उत्तर प्रदेश में कई खाप पंचायतों के नेताओं ने ऐलान किया है कि वे आज मुजफ्फरनगर में कई राजमर्गों को दो घंटे तक जाम करके सरकारी नौकरियों में जाटों के लिए आरक्षण की मांग करेंगे। हरियाणा में जाटों के आंदोलन के कारण उत्तर और उत्तर-पश्चिम रेलवे की 43 ट्रेनें रद्द कर दी गईं और 16 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया।