नई दिल्ली: अरविन्द केजरीवाल सरकार के साथ टकराव का मुद्दा बने दिल्ली भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) प्रमुख एम के मीणा सहित दिल्ली पुलिस के 14 शीर्ष अधिकारियों का मंगलवार देर रात तबादला किया गया। इन अधिकारियों का तबादल जेएनयू घटना के मद्देनजर दिल्ली पुलिस पर विपक्षी दलों के हमलों तथा पटियाला हाउस अदालत में सोमवार को पत्रकारों पर हमले को लेकर कथित रूप से कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के बीच हुआ है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तबादला आदेश के अनुसार विभिन्न मुद्दों पर आम आदमी पार्टी सरकार की आलोचनाओं के शिकार बने मीणा को अण्डमान निकोबार भेजा गया है। सुनंदा पुष्कर मौत मामले सहित कई महत्वपूर्ण मामलों की जांच देख रहे पुलिए उपायुक्त (दक्षिण) प्रेमनाथ को मिजोरम भेजा गया है। सूत्रों ने बताया कि संयुक्त पुलिस आयुक्त (मध्य रेंज) एस के गौतम का तबादला पुडुचेरी, विशेष पुलिस आयुकत (परिवहन) मुक्तेश चन्द्र को गोवा भेजा गया है।
सुरक्षा इकाई में तैनात संयुक्त आयुक्त रैंक के अन्य अधिकारी टी एस लूथरा का तबादला चंडीगढ़ कर दिया गया है। बहरहाल, चंदर की जगह पर 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी टीएन मोहन (फिलहाल गोवा में नियुक्त) के विशेष आयुक्त का पदभार संभालने की संभावना है। अन्य शीर्ष पदों पर आर पी उपाध्याय (फिलहाल चंडीगढ़ में नियुक्त), प्रवीण राजन (पुडुचेरी में नियुक्त) और गोवा में सेवारत वी रंगानाथन को नियुक्त किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि आदेश में यह भी कहा गया कि पुडुचेरी में आम चुनाव खत्म होने तक गौतम और राजन के तबादले को रोककर रखा जाएगा। दिल्ली स्थानांतरित किए गए अन्य अधिकारियों में सभी डीसीपी रैंक के अधिकारी शामिल हैं, जिनमें एसएन मोस्सोबी, श्वेता चौहान, बीके यादव, चंदन चौधरी, घनश्याम बंसल, ऊषा रंगनानी, प्रणव तायल, एसके सैन और नई दिल्ली जिला के मौजूदा अतिरिक्त डीसीपी दीपक गौरी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली भेजे गए अधिकारियों में ईशा पांडे, राजीव रंजन, आरपी मीणा (मिजोरम में तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद सितंबर में नियुक्त होंगे), रजनीश गुप्ता, देवेंद्र आर्य और विजयंता आर्य (अरूणाचल प्रदेश में अपना-अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद दोनों के अगस्त तक नियुक्ति की संभावना) शामिल हैं।