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नई दिल्ली: अबू धाबी के शहजादे शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान बुधवार को तीन दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे। दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए खुद उनकी आगवानी की और गले मिलकर नाहयान का स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच, गुरुवार को वार्ता होगी। माना जा रहा कि इस दौरान भारत में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का निवेश बढ़ाने और रक्षा एवं सुरक्षा रिश्ते प्रगाढ़ करने चर्चा होगी। भारत चाहता है कि यूएई उसकी ऊर्जा और आधारभूत क्षेत्रों की योजनाओं में सरकारी निवेश कोष से करीब 800 अरब डॉलर का निवेश करे। रक्षा उपकरणों का संयुक्त निर्माण को भी लेकर दोनों देश प्रयासरत हैं। इसके तहत, भारत में रक्षा उपकरणों के निर्माण के लिए यूएई निवेश कर सकता है। आईएस के बढ़ते खतरे को देखते हुए, सूचना साझा करना और आतंकवाद निरोध में वर्तमान सहयोग बढ़ाने पर भी वार्ता के दौरान जोर रहेगा।

गौरतलब है कि यूएई ने आईएस से हमदर्दी रखने वाले करीब एक दर्जन भारतीयों को निर्वासित किया है। विदेश मंत्रालय के सचिव (पूरब) अनिल वाधवा ने कहा, दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग सराहनीय है। माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम की संपत्ति कुर्क करने के मुद्दे पर कहा कि यह प्रक्रियाएं हैं, जो जारी हैं। अल नाहयान एक बड़े प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत आए हैं। इनमें शीर्ष मंत्रियों और सौ से अधिक करोबारी शामिल हैं। यूएई की कई कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी गुरुवार को अल नाहयान को एक निजी दोपहर भोज पर आमंत्रित करेंगे, जो उनके दौरे को सरकार द्वारा दिए जा रहे महत्व को दर्शाता है। वाधवा ने कहा कि उन्हें हाल के समय में राष्ट्रपति द्वारा इस तरह का निमंत्रण याद नहीं है। शहजादे गुरुवार को ही मोदी के साथ रात्रिभोज में शामिल होंगे। मोदी और यूएई के बीच, परमाणु ऊर्जा, तेल, आईटी, वायुक्षेत्र और रेलवे सहित कई क्षेत्रों से जुड़े कई समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। अल नाहयान शुक्रवार को मुंबई जाएंगे जहां वह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज जाकर उद्योग के कुछ खास नेताओं से बातचीत करेंगे। - 70 लाख के करीब भारतीय इन देशों में रहते हैं - 60 प्रतिशत ऊर्जा जरूरतों के लिए इन देशों पर निर्भर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, शेख मोहम्मद का यह पहला आधिकारिक भारत दौरा है और मैं प्रफुल्लित हूं कि वह अपने परिवार के साथ भारत आए हैं। उन्होंने कहा, शेख मोहम्मद एक दूरदर्शी नेता हैं। उनके दौरे से भारत और यूएई के बीच के समग्र रणनीतिक साझेदारी को नई शक्ति और गति मिलेगी।

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