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नई दिल्लीः बजट की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। चुनावी साल होने के कारण इस बार सरकार अंतरिम बजट 2024 पेश करेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को लोकसभा में अंतरिम बजट पेश करेंगी, ये उनका अपना पहला अंतरिम बजट होगा। बजट से पहले 24 जनवरी को वित्त मंत्रालय के ऑफिस (नॉर्थ ब्लॉक) में ‘हलवा सेरेमनी‘ हुई।

‘हलवा सेरेमनी‘ दशकों से बजट के साथ जुड़ी एक परंपरा है। इस परंपरा में बजट की छपाई से पहले वित्त मंत्रालय में एक बड़ी सी कड़ाही में ‘हलवा‘ बनाया जाता है। इसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट तैयार करने वाले अधिकारियों को खुद परोसा। इस सेरेमनी में सीतारमण के साथ ही वित्त राज्य मंत्री डॉ. भगवत कराड भी मौजूद रहे।

कहा जाता है कि किसी अच्छे काम की शुरुआत से पहले मुंह मीठा करना चाहिए, ऐसा करने से काम में अड़चनें नहीं आती और ये तय समय पर पूरा हो जाता है। बजट पेश करने से पहले ‘हलवा सेरेमनी‘ को इसी बात से जोड़कर देखा जाता है।

नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल की घरेलू कीमतों में कमी आने की पूरी संभावना है। इसकी बड़ी वजह यह है कि एक तरफ जहां अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमत लगातार 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे बनी हुई हैं, वहीं देश की सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कारपोरेशन (आईओसी ) ने वर्ष 2023-24 के पहले नौ महीनों में अभी तक का रिकॉर्ड मुनाफा (34,781.15 करोड़ रुपये) कमाया है।

तेल कंपनियों को हो रहा भारी मुनाफा

देश की पेट्रोलियम मार्केटिंग कंपनियों को पेट्रोल पर 11 रुपये और डीजल पर छह रुपये प्रति लीटर का मुनाफा हो रहा है। अब देखना होगा कि कंपनियां खुदरा कीमतों में एकमुश्त कटौती करती हैं या फिर रोजाना खुदरा कीमतों में बदलाव करने की पुरानी नीति पर लौटती हैं।

सात अप्रैल, 2022 के बाद सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है। वर्ष 2022 के शुरुआत में यूक्रेन विवाद की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें काफी अस्थिर रही थीं और जुलाई, 2022 में इसकी कीमत 114 डॉलर प्रति बैरल तक गई थीं।

नई दिल्ली: चैरिटी ऑक्सफैम ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें दावा किया गया है कि दुनिया के सबसे पांच अमीर लोगों की दौलत साल 2020 के बाद से अब तक बढ़कर दोगुनी हो गई है। यह रिपोर्ट वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की दावोस में हुई बैठक के दौरान जारी हुई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के शीर्ष पांच अमीरों की कुल संपत्ति साल 2020 के बाद से अब तक 405 अरब डॉलर से बढ़कर 869 अरब डॉलर हो गई है। इन सबसे रईस लोगों की संपत्ति हर घंटे औसतन एक करोड़ 40 लाख डॉलर की दर से बढ़ी है। ऑक्सफैम का कहना है कि वहीं 2020 के बाद से अब तक पांच अरब लोगों की आमदनी घटी है और गरीबों की संख्या बढ़ी है।

हर अरबपति की संपत्ति औसतन 3.3 अरब डॉलर बढ़ी

इनइक्वलिटी इंक शीर्षक से सोमवार को यह रिपोर्ट फिर जारी की गई। इसमें बताया गया है कि अमीरों की संपत्ति साल 2020 के बाद से औसतन 3.3 अरब डॉलर तक बढ़ी है। गौर करने वाली बात ये है कि यह बढ़ोतरी ऐसे समय हुई है, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था के हालात अच्छे नहीं हैं। कोरोना से भी दुनिया प्रभावित रही।

नई दिल्ली: खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर में बढ़कर चार महीने के उच्च स्तर 5.69 प्रतिशत पर पहुंच गई, यह नवंबर में 5.55 प्रतिशत थी। शुक्रवार को सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में इसकी पुष्टि हुई है। वहीं औद्योगिक उत्पादन नवंबर में 2.4 प्रतिशत बढ़ा है। सरकार के आंकड़ों कें मुताबिक एक साल पहले इसी महीने में इसमें 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। शुक्रवार को सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से महंगाई के आंकड़े जारी किए गए।

खुदरा महंगाई दर आरबीआई के 2% से 6% के सहिष्णुता बैंड के भीतर

खुदरा महंगाई दर दिसंबर महीने में भी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 2 से 6 प्रतिशत के सहिष्णुता बैंड के भीतर बनी हुई है। शुक्रवार को सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से महंगाई से जुड़े आंकड़े जारी किए गए। खुदरा महंगाई दर दिसंबर महीने में भी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 2 से 6 प्रतिशत के सहिष्णुता बैंड के भीतर बनी हुई है।

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