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नई दिल्ली: बॉलीवुड की दिग्गज अदाकार वहीदा रहमान को दादा साहेब फालके पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। ये घोषणा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि अभिनेत्री वहीदा रहमान को इस साल दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के लिए चुना गया है। अभिनेत्री वहीदा रहमान को 'गाइड', 'प्यासा', 'कागज के फूल' और 'चौदहवीं का चांद' जैसी फिल्मों में उनकी दमदार एक्टिंग के लिए जाना जाता है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, अनुराग ठाकुर ने लिखा, 'मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी और सम्मान की अनुभूति हो रही है कि वहीदा रहमान जी को भारतीय सिनेमा में उनके शानदार योगदान के लिए इस साल प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है।' केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा, 'वहीदा जी की हिंदी फिल्मों में जिन भूमिकाओं के लिए क्रिटिक्स द्वारा प्रशंसा की गई है, उनमें से प्रमुख हैं, ‘प्यासा’, ‘कागज के फूल’, ‘चौदहवी का चांद’, ‘साहेब बीवी और गुलाम’, ‘गाइड’, ‘खामोशी’ और कई अन्य।

चेन्नई: हाल में सुपरस्टार रजनीकांत ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ स्थित उनके आवास पर मुलाकात की थी। इस दौरान वह सीएम योगी के पैर छूते हुए नजर आए थे। जिसपर विवाद भी हुआ था। उन्होंने योगी आदित्यनाथ के पैर छूने को लेकर हुए 'विवाद' पर पूछे गए सवाल का जवाब दिया। रजनीकांत ने कहा कि किसी संन्यासी या योगी के चरणों में झुकना उनकी आदत है, भले ही वह व्यक्ति किसी भी उम्र का हो। इसलिए उन्होंने ऐसा किया।

सुपरस्टार रजनीकांत द्वारा सीएम योगी के पैर छूने पर विवाद

रजनीकांत ने कहा, ‘‘चाहे कोई संन्यासी हो या योगी, उनके पैरों पर झुकना मेरी आदत है, भले ही वह मुझसे छोटे हों। मैंने यही किया।'' रजनीकांत द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पैर छूने को लेकर सोशल मीडिया और खासकर तमिलनाडु में काफी विवाद देखने को मिला था। कई लोगों ने 72 वर्षीय रजनीकांत द्वारा अपने से कम उम्र के यूपी सीएम के पैर छूने पर सवाल खड़े किए थे। लोगो का कहना था कि क्या रजनीकांत के लिए अपने से कम उम्र के यूपी सीएम का पैर छूना ठीक है?

चंडीगढ़: फिल्म गदर- 2 की सफलता के बाद फिल्म अभिनेता सनी देओल चर्चा में हैं। उधर, बैंक ऑफ बड़ौदा ने सनी देओल की कोठी की नीलामी का नोटिस वापस ले लिया है। बैंक ने इसके पीछे तकनीकी वजह बताई है। मगर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। इन सबके बीच सनी देओल ने बड़ा एलान कर दिया है। यह एलान भाजपा को एक झटके जैसा है। सनी देओल ने एलान किया है कि वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगे। मीडिया इंटरव्यू में सनी देओल ने कहा कि राजनीति में मन नहीं लगता, आगे चुनाव नहीं लडूंगा। सनी देओल ने कहा कि वह सिर्फ फिल्मों में काम करना चाहते हैं। इससे साफ हो गया है कि 2024 लोकसभा चुनाव में गुरदासपुर सीट से भाजपा अपना नया प्रत्याशी उतारेगी।

बता दें कि सनी देओल मौजूदा समय में पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट से भाजपा सांसद हैं। यह सीट भाजपा के लिए बेहद अहम है। इस सीट पर विनोद खन्ना भी भाजपा की टिकट पर 1999 से 2004 और 2014 से 2017 तक सासंद रहे। विनोद खन्ना के निधन के बाद यहां उपचुनाव में कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने जीत दर्ज की थी।

नई दिल्ली: बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा भाजपा सांसद सनी देओल के जुहू स्थित बंगले की ई-नीलामी को रोक दिया गया है। अब इस पर विवाद गहराता जा रहा है। कांग्रेस ने नीलामी नोटिस वापस लेने पर पूछा कि इसे वापस लेने के लिए 'तकनीकी कारणों' को किसने उकसाया है।

गौरतलब है, सनी देओल के मुंबई के जुहू स्थित आलीशान बंगले को बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा 56 करोड़ रुपये का लोन वसूलने के लिए नीलाम किया जाना था। हालांकि, सोमवार सुबह यानी आज बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक नोटिस जारी किया, जिसमें बताया कि अजय सिंह देओल उर्फ सनी देओल के जहू बंगले के बेचने के नोटिस को तकनीकी कारणों से वापस ले लिया है। जिसका मतलब अब बंगले की नीलामी नहीं होगी।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कल दोपहर को देश को पता चला कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने भाजपा सांसद सनी देओल के जुहू स्थित आवास को ई-नीलामी के लिए रखा है क्योंकि उन्होंने 56 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया।

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