ताज़ा खबरें
एस जयशंकर से पहले सेना दे चुकी है राहुल गांधी के सवाल का जवाब
हैदराबाद के चारमीनार के पास इमारत में लगी भीषण आग, 17 की मौत

नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन किरण रेड्डी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलाई। शुक्रवार को वह पहले पार्टी मुख्यालय पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी का हाथ थाम लिया। कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह समेत अन्य नेता भी शामिल रहे।

कार्यक्रम के दौरान प्रह्लाद जोशी ने कहा कि बीजेपी में दक्षिण भारत के वरिष्ठ नेता किरण कुमार रेड्डी का स्वागत करता हूं। रेड्डी परिवार की तीन पीढ़ी कांग्रेस में रही है। इनके पिता अमरनाथ रेड्डी आन्ध्र प्रदेश के चार बार विधायक रहे और मंत्री भी। किरण भी चार बार विधायक रहे, स्पीकर रहे, चिप व्हिप और मुख्यमंत्री भी रहे।

उन्होंने कहा कि नेता के साथ-साथ वे क्रिकेट के एक अच्छे खिलाड़ी भी रहे हैं। रणजी भी खेली है और अब बीजेपी से नई पारी शुरु की है। यहां यकीनन वे और अच्छा रन बनाएंगे। इनकी एक बार अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एयरपोर्ट पर मुलाकात हुई और ये उनसे काफी प्रभावित हुए है।

हैदराबाद: अमरावती को राजधानी के तौर पर विकसित करने के मामले में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल मार्च महीने में हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाने के राज्य सरकार के अनुरोध को स्वीकार नहीं किया है। हाईकोर्ट ने सरकार से 6 महीने के भीतर अमरावती को राजधानी के तौर पर तैयार करने का आदेश दिया था। न्यायमूर्ति केएम जोसेफ और न्यायमूर्ति बीवी नागरत्न ने कहा कि अदालत 11 जुलाई को इस मुद्दे से जुड़ी अन्य याचिकाओं के साथ अनुरोध पर सुनवाई करेगी।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने राज्य विधानसभा में घोषणा की थी कि वह जुलाई से विशाखापत्तनम में शिफ्ट होंगे और वहीं से राज काज देखेंगे।

बताते चलें कि 2014 में तत्कालीन आंध्र प्रदेश से तेलंगाना के अलग होने के बाद आंध्रप्रदेश को 10 साल के अंदर नई राजधानी बनाने के आदेश दिए गए थे। 10 सालों तक दोनों ही राज्य हैदराबाद को राजधानी के तौर पर उपयोग करने वाले थे।

विशाखापत्तनम: आंध्र प्रदेश वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान 13.05 लाख करोड़ रुपये निवेश के समझौते हुए हैं जिनसे लगभग छह लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने यहां आयोजित दो-दिवसीय निवेशक सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सम्मेलन में किए गए निवेश समझौतों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए एक निगरानी समिति बनाई जाएगी। इस समिति में राज्य के मुख्य सचिव के अलावा मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अधिकारी और विशेष मुख्य सचिव (उद्योग) भी शामिल होंगे।

उन्होंने कहा कि निवेशक सम्मेलन के दौरान 20 क्षेत्रों में 352 समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें से अकेले ऊर्जा क्षेत्र में ही 8.84 लाख करोड़ रुपये के 40 समझौते हुए, जिनसे 1.9 लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। रेड्डी ने कहा, “आईटी और आईटीईएस क्षेत्र में 25,587 करोड़ रुपये निवेश के 56 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए जिनसे 1,04,442 लोगों को रोजगार मिलेगा।

नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश की नई राजधानी विशाखापत्तनम होगी। मुख्यमंत्री जगन रेड्डी ने नई राजधानी के नाम की घोषणा कर दी हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की राजधानी को विशाखापत्तनम स्थानांतरित किया जाएगा। मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा कि वह अपना कार्यालय विशाखापत्तनम में स्थानांतरित करेंगे। 23 अप्रैल, 2015 को आंध्र सरकार ने अमरावती को अपनी राजधानी घोषित किया था। फिर 2020 में, राज्य ने तीन राजधानी शहर बनाने की योजना बनाई. जिनमें अमरावती, विशाखापत्तनम और कुरनूल शामिल थे।

मार्च में विशाखापत्तनम में होने वाले ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट' की तैयारी संबंधी बैठक को संबोधित करते हुए रेड्डी ने कहा कि वह आने वाले महीनों में बंदरगाह शहर में अपना कार्यालय स्थानांतरित करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘यहां मैं आपको विशाखापत्तनम में आमंत्रित कर रहा हूं, जो आने वाले दिनों में हमारी राजधानी बनने जा रहा है। मैं खुद भी आने वाले महीनों में विशाखापत्तनम से कामकाज करूंगा।''आंध्र प्रदेश की राजधानी अभी अमरावती है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख