नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने वाईएसआर कांग्रेस के उस फैसले पर स्थिति साफ करने को कहा जिसके तहत मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को स्थाई अध्यक्ष बनाए रखने के लिए पार्टी के संविधान में बदलाव किया गया है। चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों में कहा गया है कि राजनीतिक दलों को अध्यक्ष चुनने के लिए एक निश्चित समय सीमा के भीतर चुनाव कराना होता है। ऐसे में पार्टी संविधान में संशोधन करके सीएम को पार्टी का अध्यक्ष बनाए रखना नियमों का उल्लंघन करने जैसा है।
आयोग ने कहा कि इस तरह की प्रक्रिया ऐसे किसी भी प्रयास या यहां तक कि किसी भी संगठनात्मक पद के स्थायी प्रकृति के होने के संकेत को स्पष्ट रूप से खारिज करता है। इसे "स्वाभाविक रूप से लोकतंत्र विरोधी माना जा सकता है। आयोग ने आज कहा कि कोई भी कार्रवाई जो चुनावों की आवधिकता से इनकार करती है, आयोग के मौजूदा निर्देशों का पूर्ण उल्लंघन है। आयोग ने अपने आदेश में दृढ़ता से कहा है कि ऐसी कोई भी कार्रवाई जो किसी भी पद के लिए चुनाव प्रक्रिया को ठुकराती है, स्वाभाविक रूप से अलोकतांत्रिक है।
आयोग के मौजूदा निर्देशों का पूर्ण उल्लंघन है।