जोरहाट: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को पुलिस को जोरहाट जिले के ब्रह्मपुत्र नदी में नाव पलटने के मामले में आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही सीएम ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद सरमा ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, दुर्घटना का मुख्य कारण कुप्रबंधन पाया गया है।
सीएम ने कहा, 'मैंने जोरहाट पुलिस से दुर्घटना के लिए आपराधिक मामला दर्ज करने को कहा है। आज शाम तक हम दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच की घोषणा करेंगे।' मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ब्रह्मपुत्र के दक्षिणी तट पर जोरहाट में निमाती घाट से दुनिया के सबसे बड़े नदी द्वीप माजुली के बीच एकल इंजन वाली 10 निजी मशीन बोट हैं।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी एकल इंजन वाली नौकाओं के चलने पर प्रतिबंध लगाने का भी एलान किया। सीएम ने कहा कि वे इंजन समुद्री इंजन नहीं हैं। हालांकि, अगर कोई मालिक उन्हें समुद्री इंजन में बदलना चाहता है, तो हम उनका समर्थन करेंगे और उसे सब्सिडी देंगे।
सरमा ने कहा कि एक समुद्री इंजन की कीमत लगभग 10 लाख रुपये है। इसे लगवाने का आवेदन करने के तुरंत बाद सरकार इसे नौका मालिकों को प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा कि कुल राशि में से 75 प्रतिशत सरकारी सब्सिडी होगी और 25 प्रतिशत ऋण के रूप में दिया जाएगा। जो लोग इसे लगवाना चाहते हैं वे आज से माजुली के उपायुक्त कार्यालय में आवेदन करना शुरू कर सकते हैं। सरमा ने यह भी कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण हादसे के दौरान नाव पर कुल 90 लोग यात्रा कर रहे थे। इनमें से एक की मौत हो गई और दो अब भी लापता हैं। रात भर के खोज और बचाव अभियान में 87 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
असम के जोरहाट जिले में ब्रह्मपुत्र नदी में निमती घाट के पास बुधवार को एक बड़ी निजी नौका सरकारी नाव से टकराने के बाद डूब गई, जिसमें कई लोगों के मारे जाने की आशंका है। हादसा तब हुआ, जब निजी नाव निमती घाट से माजुली की ओर जा रहा था और सरकारी स्वामित्व वाली नौका माजुली से आ रही थी।