गुवाहाटी: असम के मंत्री चंद्र मोहन पटोवारी को अनूठा ज्ञान हुआ है। शुक्रवार को उन्होंने दावा किया कि कोरोना संक्रमण व मौत, यह सब ईश्वर के बनाए सुपर कंप्यूटर से तय हो रहा है। पटोवारी ने कहा ' प्रकृति ने तय किया है, कौन संक्रमित होगा कौन नहीं और किसे पृथ्वी से दूर ले जाया जाएगा। यह भगवान के सुपर कंप्यूटर से हो रहा है, जो मानव निर्मित नहीं है। कंप्यूटर ने दो फीसदी मृत्यु दर के साथ कोविड-19 वायरस को धरती पर भेजने का फैसला किया है।'
असम के परिवहन, उद्योग व वाणिज्य मंत्री पटोवारी ने यह बात बुधवार को राज्य के कामरूप जिले में कोविड-19 महामारी में अपने पति खोने वाली महिलाओं को आर्थिक सहायता वितरित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कही। पटोवारी ने यह बात मंगलवार रात गुवाहाटी के फुटपाथ पर 90 साल की एक महिला को बगैर मास्क व अन्य किसी बचाव संसाधन के देखने के बाद उससे हुई चर्चा के आधार पर कही। भाजपा विधायक पटोवारी ने कहा कि इस महिला की तरह कुछ लोग हैं, जो कभी संक्रमित नहीं होते।
डब्ल्यूएचओ मामूली वायरस का इलाज नहीं ढूंढ पाया
पटोवारी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ की भी इस बात को लेकर आलोचना की कि वह इस 'मामूली वायरस' का इलाज नहीं ढूंढ सका, जबकि उसने इस पर अरबों डॉलर खर्च कर दिए। इस टिप्पणी के बाद जब पत्रकारों ने मंत्री पटोवारी से उनके दावे को लेकर सवाल किए तो उन्होंने मामले को शांत करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि विवादित मुद्दा मत उठाओ, मैं बस इतना कहना चाहता था कि आज तक कोरोना के इलाज की कोई दवाई नहीं बन सकी है। बता दें, मंत्री पटोवारी का यह बयान ऐसे समय आया है, जब असम में कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है। अब भी सैकड़ों नए केस सामने आ रहे हैं। मंत्री के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया हुई है।
हालात संभाल नहीं सकेंगे तो भगवान पर दोष मढ़ेंगे ही : कांग्रेस
मंत्री पटोवारी के बयान पर कांग्रेस की प्रवक्ता बोबीता शर्मा ने कहा कि यह समझ से परे है कि कोई पढ़ा लिखा व्यक्ति, वह भी एक जिम्मेदार मंत्री ऐसी टिप्पणी कर सकता है? यदि कोई व्यक्ति बिगड़े हालात को संभाल नहीं पाता है तो वह निश्चित रूप से भगवान पर दोष मढ़ता है। शर्मा ने कहा कि केंद्र के पास कोरोना महामारी से निपटने की रणनीति का अभाव था। शुरुआत में जब खतरे के संकेत मिल रहे थे तब मोदी सरकार 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम में व्यस्त थी। उसके बाद महामारी के खतरनाक हालात देखने को मिले।