गुवाहाटी: विपक्षी पार्टी असम जातीय परिषद (एजेपी) ने रविवार को केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, रामेश्वर तेली और राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ असम में भाजपा की ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का कथित रूप से उल्लंघन करने के लिए राज्य के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में कई शिकायतें दर्ज कराईं।
साथ ही असम के मंत्री बिमल बोरा और जोगेन मोहन, सांसद कामाख्या प्रसाद तासा, तोपोन कुमार गोगोई, दिलीप सैकिया, पल्लब लोचन दास, रानी ओजा, भाजपा के राज्य प्रमुख भावेश कलिता और कामरूप मेट्रोपॉलिटन उपायुक्त बिस्वजीत पेगू के खिलाफ भी शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि दिसपुर, लतासिल और राज्य के दूसरे पुलिस थानों में ये शिकायतें दर्ज कराई गई हैं।
200 से अधिक लोगों पर लगाया एसओपी के उल्लंघन का आरोप
शिकायत में कहा गया है कि असम भाजपा की तरफ से एक ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ आयोजित की गई है। जिसमें सरकारी अधिकारियों ने भी सर्बानंद सोनोवाल के स्वागत के लिए भाग लिया।
साथ ही 200 से अधिक लोगों ने एसओपी का पूर्ण उल्लंघन किया। असम जातीय परिषद ने आरोप लगाया कि लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, डॉ भूपेन हजारिका के स्मारक और अन्य स्थानों पर बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी के कारण कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ।
गुवाहाटी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वो अभी शिकायतों की जांच कर रहे हैं और इनमें कोई आधार होने पर ही मामला दर्ज किया जाएगा। 17 अगस्त को असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक आदेश के अनुसार 200 व्यक्तियों को एक खुली जगह में एक बैठक में भाग लेने की अनुमति है और कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिले से लोगों की आवाजाही की अनुमति नहीं है, जिसमें मुख्य रूप से गुवाहाटी शहर शामिल है।