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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) में मचे घमासान के कारण उससे गठबंधन को लेकर कांग्रेस पसोपेश में है, लेकिन उसने चुनाव से पहले गठजोड़ के दरवाजे अभी बंद नहीं किये हैं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने गठबंधन के बारे में खुलकर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन यह इशारा जरूर दिया कि अगर सपा से गठबंधन की दिशा में कोई ठोस पहल हुई तो वह कांग्रेस उसे ना नहीं कहेगी। आजाद ने संवाददाताओं से बातचीत में सपा से गठबंधन के बारे में पूछे जाने कहा, ‘अभी हम सभी 403 सीटों पर स्क्रीनिंग कमेटी की सिफारिशों को ही लेकर चल रहे हैं। अब आगे क्या होता है, यह तो, धर्मनिरपेक्ष पार्टियों पर सब तरफ से (गठबंधन का) दबाव है।’ बहरहाल, आजाद ने कहा कि कल से तीन दिन के दौरान 36 सदस्यीय केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक लखनऊ में होगी, जिसमें प्रत्याशियों के नाम तय किये जाएंगे। बैठक के दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने नोटबंदी के मुद्दे पर भाजपा को घेरा, मगर अन्तर्कलह से जूझ रही सपा पर किसी तरह की टिप्पणी से परहेज किया।

उधर, कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने सपा के साथ गठबंधन की वकालत की।

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