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लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज (मंगलवार) कहा कि राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव के लिये समाजवादी पार्टी (सपा) प्रत्याशियों में फेरबदल को लेकर कोई मतभेद नहीं है। अखिलेश ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कई सीटों पर सपा के उम्मीदवार बदले जाने को लेकर मतभेद उजागर होने के सवाल पर कहा, ‘बवाल तो आप लोग (मीडिया) मचाये हुए हैं। पार्टी के लोग चाहते हैं कि सरकार बने, उससे भी ज्यादा जनता ऐसा चाहती है। पार्टी में तो यह सब (प्रत्याशियों में बदलाव) चला करता है।’ उन्होंने कहा, ‘जहां तक टिकट की बात है तो हमें जो राय और सुझाव देने होंगे वह हम राष्ट्रीय अध्यक्ष जी (मुलायम सिंह यादव) को देंगे। कौन चाहता है कि हारने वाले को टिकट मिले। हम उन्हीं को लड़ाएंगे जो जीतेंगे।’ सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव द्वारा कल सात विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों में बदलाव को लेकर अपनी नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा, ‘आप कैसे कह सकते हैं कि वे (घोषित उम्मीदवार) मेरे नहीं हैं। आप कुछ ही चीजों के बारे में मेरी राय जानते हैं। सारी चीजों के बारे में नहीं।’सपा द्वारा कल सात विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों में बदलाव किया गया है। माना जा रहा है कि इस कवायद में अखिलेश के कई करीबियों के टिकट कट गये हैं, जिससे वह नाराज हैं। यह पूछे जाने पर कि वर्ष 2012 में हिस्ट्रीशीटर डी. पी. यादव को टिकट देने से मना करने वाले अखिलेश ने माफिया अतीक अहमद के साथ-साथ जघन्य अपराधों के आरोपों का सामना कर रहे मुख्तार अंसारी के भाई को टिकट दिये जाने को कैसे बरदाश्त कर लिया, मुख्यमंत्री ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया।

कांग्रेस से गठबंधन के सवाल पर अखिलेश ने कहा, ‘वैसे तो समाजवादी लोग बहुमत की सरकार बनाएंगे, लेकिन अगर गठबंधन हो जाएगा तो 300 से ज्यादा जीत जाएंगे।’ उन्होंने कहा कि इस बारे में अंतिम फैसला सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ही करेंगे। अखिलेश अक्सर अपने कार्यक्रमों में लखनऊ में मायावती द्वारा बनवाये गये स्मारकों को फिजूलखर्ची बताते रहे हैं। इसके जवाब में मायावती ने गत छह दिसम्बर को लखनऊ में आयोजित रैली में अखिलेश पर दलित वर्ग के महापुरुषों का अपमान करने का आरोप लगाया था। उन्होंने मायावती पर हमले जारी रखते हुए कहा, ‘हमारी पत्थर वाली सरकार की मालिक (मायावती) कह रही थीं, कि एक्सप्रेस-वे उनका है और मेट्रो परियोजना भी उनकी है... तो उन्हें रोका किसने था कि मेट्रो ना चालू करें। वह कल को कहेंगी कि लैपटाप भी उनका है और वह स्मार्टफोन भी देने की सोच रही थीं।’ उन्होंने मायावती पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा, ‘अगर वह (मायावती) स्मार्टफोन का एक भी बटन दबा दें या जानती हों उसके बारे में, तो बताएं। वह चाहती ही नहीं कि लोग आगे बढ़ें।’

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