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कानपुर: इंदौर पटना एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में मारे गये 150 यात्रियों में से तीन यात्रियों के शवों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है।इन शवों के की पहचान का इंतजार कल तक किया जायेगा और फिर इन शवों के अंतिम संस्कार के बारे में निर्णय किया जायेगा। इन अज्ञात शवों की बाबत आज रेलवे की तरफ से समाचार पत्रों में विज्ञापन भी दिया गया है । इन सभी अज्ञात शवों के फोटो देश के सभी प्रदेशों के पुलिस प्रमुखों (पुलिस चीफ) को व्हाट्सअप के जरिये भेजे गए हैं ताकि इनकी पहचान हो सके । कानपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ रामायण प्रसाद ने बताया कि ट्रेन दुर्घटना में मारे गये 150 लोगों में से 147 के शवों की पहचान अब तक हो चुकी है जबकि तीन शव ऐसे है जिनकी पहचान नहीं हो पायी है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा एक महिला का कटा हुआ पैर तथा एक पुरूष का हाथ भी रखा है। मेडिकल प्रोटोकॉल के अनुसार इन अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार 72 घंटे के अंदर कर देना चाहिये वरना शव खराब (डीकंपोज) होने लगते है। लेकिन अधिकारियों की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया था कि इन शवों को कानपुर देहात के माती पोस्टमार्टम हाउस से लाकर कानपुर शहर के उर्सला अस्पताल में रखा जाये। तब से तीनों अज्ञात शव यहीं उर्सला अस्पताल के डीप फ्रीजर में रखे हैं।

उन्होंने कहा कि आज समाचार पत्रों में इन अज्ञात शवों के बारे में विज्ञापन भी दिया गया है अगर कल तक इनकी पहचान नहीं होती है तो फिर वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इन शवों के अंतिम संस्कार के बारे में फैसला करेंगे। पुलिस ने इन सभी अज्ञात शवों की फोटो खींच कर देश के सभी प्रदेशों के पुलिस चीफ को व्हाट्सअप के जरिये भेज दी है और उनसे कहा गया है कि वह अपने अपने जिलो में इन व्हाट्सअप फोटो को सभी को भेज कर इन शवों की पहचान करवाने का प्रयास करें। गौरतलब है कि रविवार 20 नवंबर को इंदौर पटना एक्सप्रेस ट्रेन के पुखरांया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से 150 यात्रियों की मौत हो गयी थी तथा करीब 200 लोग घायल हो गये थे।

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