रायपुर: छत्तीसगढ़ की वर्चुअल जनसंवाद रैली को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारत-चीन विवाद को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। वर्चुअल रैली में शिवराज ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस ने देश की सेना का मनोबल गिराने का काम किया है। देश कभी इन्हें माफ नहीं करेगा। शिवराज ने आरोप लगाया कि भारत और चीन के बीच जारी सीमा संघर्ष के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस जिम्मेदार हैं। शिवराज सिंह ने कहा कि कांग्रेसियों भूल गए क्या हिन्दी चीनी भाई-भाई का नारा लगाते कौन घूम रहा था? पंडित नेहरू नारे लगाते रहे और चीन देश में घुस गया था।
शिवराज ने 1962 के दौरान की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, 'संसद के एक सदस्य ने यह मुद्दा उठाया था (1962 में संसद में बोलते हुए युद्ध के दौरान भारतीय भूमि पर चीन का कब्जा) जिस पर नेहरू ने कहा था कि 'हमें उस भूमि के टुकड़े के साथ क्या करेंगे, जहां घास भी नहीं उगती हैं।' उस सांसद ने तब नेहरू के सिर पर इशारा किया और कहा कि आपके सिर पर कुछ नहीं उगता है, इसलिए इसे बेकार समझकर फेंक दिया जाना चाहिए?
नेहरू के बयान से उनकी और कांग्रेस पार्टी की हमारी पवित्र भूमि के प्रति सोच का पता चलता है चीन ने गलवां में समझ लिया कि यह 1962 का नहीं 2020 का भारत है। मोदी ने कहा हम किसी को छेड़ेंगे नहीं, लेकिन कोई छेड़ेगा तो उसे छोड़ेंगे नहीं। भारत के वीर सैनिकों ने चीन को जवाब दिया है। भारत माता के जवान बिना हथियार चीनी सैनिकों से भिड़ गए। कांग्रेस के नेता चीन के मामले में मिमियाने लगते थे। चीन के सामान की नहीं भारत के सम्मान की जरूरत है। भारत का सम्मान भाजपा और नरेंद्र मोदी सरकार ने बढ़ाया। पंडित जवाहरल लाल ने चीन को यूएन में स्थाई सदस्य बनाने की पैरवी की थी। एक वो दिन थे जब चीन पाकिस्तान हमें आंख दिखाते थे। पंडित नेहरू जी और कांग्रेस की सरकारों को पता ही नहीं चला कि चीन कब हमारी जमीन दबाले गया। आज हम पाकिस्तान में घुसकर आतंक को खत्म करते हैं, और चीन को सीमा पर रोकते हैं।
उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता है कि चीन ने राजीव गांधी फॉउंडेशन को डोनेशन क्यों दिया? राहुल गांधी जी आधी रात को चुपके-चुपके चीनी दूतावास में किससे मिलने गए थे?
कमलनाथ भी चीन के मित्रः शिवराज
शिवराज ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने यूपीए सरकार में मंत्री रहते हुए अपने फैसले चीन को फायदा पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ भी चीन के मित्र हैं। जब वह वाणिज्य और उद्योग मंत्री थे, तो उन्होंने आयात शुल्क घटा दिया था, जिसने चीन को भारत में अपना माल डंप करने और हमारे देश को लूटने की अनुमति दी थी।