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नई दिल्ली: तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले में शुक्रवार से ही एक बोरवेल में गिरे तीन साल के बच्चे की मंगलवार को मौत हो गई है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रेस्क्यू टीम को 72 घंटे की मशक्कत के बाद बच्चा मृत मिला है। परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव जे. राधाकृष्णन ने कहा कि 2 वर्षीय बच्चे का शरीर अब गलने की अवस्था में है. हमने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन ये दुखद है कि जिस बोरवेल में बच्चा गिरा था उससे बदबू आने लगी है। उन्होंने कहा कि फिलहाल खुदाई प्रक्रिया बंद कर दी गई है।

मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, दो साल के बच्चे सुजीत विल्सन की बॉडी को सरकारी अस्पताल ले जाया गया है। बता दें कि 25 अक्टूबर को ही सुजीत बोरवेल में गिर गया था। बता दें कि तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले में एक बोरवेल में गिरा तीन साल का बच्चा 72 घंटों से अधिक समय से 88 फुट की गहरायी में फंसा हुआ था और पथरीली मिट्टी तथा बारिश के कारण बचाव अभियान बाधित होने से उसकी सलामती को लेकर चिंता बढ़ गयी थी। बच्चा शुक्रवार शाम को साढ़े पांच बजे अपने घर के समीप खेलते समय बोरवेल में गिर गया था।

बचावकर्ता बच्चे को बाहर निकालने के लिए एक उचित गहरायी तक पहुंचने के वास्ते रविवार से एक और बोरवेल खोदने में जुटे हुए थे और अब खुदाई के काम को तेज करने के लिए जर्मनी की मशीन को काम में लगाया गया था। बोरवेल की मोटाई बहुत कम थी और बच्चा पथरीली मिट्टी के बीच फंसा था। बोरवेल के साथ ही रविवार से एक अन्य गड्ढा खोदा जा रहा था। इतना ही नहीं, बचाव अभियान को तेज करने के लिए लार्सन एंड टर्बो निर्मित ड्रिलिंग मशीन को काम में लगाया गया था।

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