चेन्नई: तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि का चेन्नई के मरीना बीच पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके पार्थिक शरीर को सुपुर्दे खाक कर दिया गया। पूर्व मुख्यमंत्री के पार्थिव शरीर को मरीना बीच पर उनके मार्गदर्शक और द्रमुक संस्थापक सीएन अन्नादुरई की समाधि के पास पूरे राजकीय सम्मान के साथ दफनाया गया। इससे पहले तीनों सेनाओं के कर्मियों ने उनके ताबूत को जैसे ही उठाया वैसे ही 'करुणानिधि अमर रहें' के नारे गूंजने लगे। करुणानिधि का पार्थिव शरीर सेना की खुली गाड़ी में मरीना बीच तक पहुंचा।
उनके बेटे एमके स्टालिन और तमीझरासू समेत परिवार के अन्य सदस्य नम आंखों के साथ उनके साथ चल रहे थे। उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हजारों लोगों ने काली कमीज पहनी हुई थी और वे दिवंगत नेता की तस्वीरें और तख्तियों थामे हुए थे। करुणानिधि के पार्थिव शरीर को राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा गया और उन्हें काला चश्मा, पीली शॉल, सफेद कमीज और धोती पहनाई गई थी। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विभिन्न राजनीतिज्ञों ने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी।
करुणानिधि को अंतिम विदाई
मद्रास उच्च न्यायालय में पूरी रात चली सुनवाई के बाद आए फैसले के उपरांत सरकार ने अंतत: कलैनार को मरीना पर अंतिम विश्राम की जगह दे दी और लाखों प्रशंसकों, समर्थकों, तमाम हस्तियों की अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि के बीच उन्हें दफनाया गया। थलैवर (नेता) को अंतिम विदा देने के लिए पूरे देश के बड़े और रसूखदार लोग आज चेन्नई में जमा थे। बेहद कम उम्र में स्कूल छोड़ने वाले करूणानिधि ने अपने दशकों लंबे सार्वजनिक जीवन में लेखन, सिनेमा और राजनीति तीनों ही क्षेत्रों में बड़ा नाम बनाया और उनमें अपना अमूल्य योगदान किया। ग्यारह दिन तक अस्पताल में जीवन और मृत्यु के बीच चले संघर्ष के बाद 94 वर्षीय करूणानिधि का कल शाम निधन हो गया ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चन्द्रबाबु नायडू सहित देशभर से तमाम बड़े नेता करूणानिधि को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।माकपा महासचिव सीतारात येचुरी, माकपा नेता प्रकाश करात, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री अखिलेश यादव भी अंतिम यात्रा में मौजूद थे। करूणानिधि का अंतिम संस्कार आज पूरे सैन्य राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा, राहुल गांधी, केन्द्रीय मंत्री और तमिलनाडु से भाजपा के एकमात्र लोकसभा सदस्य पोन राधाकृष्णन, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणस्वामी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने मरीना बीच पर दिवंगत नेता को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी ।
करूणानिधि के पुत्र और उनके संभावित उत्तराधिकारी एम. के. स्टालिन को उनके पिता के शरीर पर लिपटातिरंगा सौंपा गया। द्रमुक प्रमुख की पत्नी राजति अम्मल और अन्य पुत्रों तथा पुत्रियों ने अपने पिता के चरणों पर पुष्प अर्पित किये।
अंतिम क्षणों की बात करें तो करूणानिधि के शव वाले ताबूत को कब्र में उतारे जाने से पहले स्टालिन ने अपने पिता के पैर छुए और वह रोते रहे। उनकी सबसे छोटी बेटी और राज्यसभा सदस्य कनिमोई ने अंतिम बार अपने पिता के सिर और गालों को बड़े प्रेम से स्पर्श किया। चूंकि करूणानिधि ने स्वयं को नास्तिक और तर्कवादी घोषित किया था , इसलिए उनके अंतिम संस्कार के दौरान कोई हिन्दु रीति-रिवाज नहीं हुआ।
विशेष विमान से दिल्ली से आए मोदी ने राजनीति, सिनेमा और अन्य क्षेत्रों के गणमान्य लोगों के साथ यहां उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मोदी ने करुणानिधि के बेटे और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी एम.के. स्टालिन और उनकी बेटी व सांसद कनिमोझी को ढांढस बंधाया। उनसे कुछ बात करने के बाद मोदी ने परिवार के अन्य सदस्यों को भी सांत्वना दी।
प्रधानमंत्री के साथ तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन भी मौजूद थे। मोदी ने बाद में ट्वीट किया, 'करुणानिधि ने तमिलनाडु, गरीबों और वंचितों के हित के लिए खुद को समर्पित कर दिया था। हालांकि उनका निधन हो गया है, लेकिन वह करोड़ों लोगों के दिलों में अभी भी मौजूद हैं।'
संसद के दोनों सदनों में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और सदन को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया। उनके सम्मान में राष्ट्रध्वज को आधा झुका दिया गया और पूरे दिन के लिए सभी सरकारी कार्य रद्द कर दिए गए। मोदी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, कनार्टक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी, माकपा के पूर्व महासचिव प्रकाश करात, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी और भाकपा के डी. राजा समेत अन्य नेताओं ने भी राजाजी हॉल में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार रात को ही चेन्नई पहुंच चुकी थीं और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए गोपालपुरम स्थित उनके घर पहुंचीं। तलिनाडु के मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी और उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने भी द्रमुक अध्यक्ष और पांच पार मुख्यमंत्री रहे एम. करुणानिधि को यहां राजाजी हॉल में अंतिम श्रद्धांजलि दी। अभिनेता से नेता बने रजनीकांत ने भी दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
करुणानिधि के पार्थिव शरीर को राजाजी हॉल में लाने से पहले बुधवार तड़के गोपालपुरम में उनके घर ले जाया गया था, जहां रिश्तेदारों ने उनके अंतिम दर्शन किए। रात भर चले तनावपूर्ण माहौल के बाद द्रमुक ने आखिरकार सुबह एक बड़ी कानूनी लड़ाई जीत ली। मद्रास उच्च न्यायालय ने मरीना बीच पर करुणानिधि के शव को दफनाने की अनुमति दे दी।