चंडीगढ़: पाकिस्तान के ननकाना साहिब स्थित गुरुद्वारा भीड़ हमले की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा है कि इस घटना से पाकिस्तान का ‘‘असली चेहरा’ उजागर हो गया है जहां ‘‘अल्पसंख्यकों का धार्मिक उत्पीड़न वास्तविकता बन गयी है।’’ पंजाब के बठिंडा से शिअद सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वहां के सिख समुदाय की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ इस मुद्दे को उठाने का आग्रह किया है।
केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘पाकिस्तान का असली चेहरा उजागर। सिखों की पहली नाबालिग लड़की का अपहरण कर जबरदस्ती विवाह कराया गया। अब अपहर्ता पीड़ित परिवार तथा गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हमला कर रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और (विदेश मंत्री) एस जयशंकर से पाकिस्तान में सिख समुदाय के लोगों की सुरक्षा के लिए यह सुनिश्चित करने का का आग्रह करती हूं कि पाक इस बर्बर कार्रवाई को रोके।’’ सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव के पाक स्थित जन्मस्थान पर भीड़ ने गुरुद्वारे पर शुक्रवार को हमला किया।
खबरों में कहा गया है कि ननकाना साहिब के सैकड़ों निवासियों ने सिख धार्मिक स्थल पर पथराव किया था। केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का धार्मिक उत्पीड़न वास्तविकता है। गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हमले ने इसका सबसे भयानक चेहरा उजागर किया है। मैं कैप्टन अमरिंदर सिंह एवं कांग्रेस से यह पूछना चाहती हूं कि वह कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इंसानियत के नेक इरादे का विरोध कर सकते हैं जिन्होंने धार्मिक रूप से प्रताड़ित इन अल्पसंख्यकों को अधिकार देने की बात कही है।’’
इस बीच भाजपा नेता तरून चुघ ने ऐतिहासिक सिख गुरुद्वारे पर भीड़ हमले के लिए पाकिस्तान की आलोचना की और हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग की। चुघ ने कहा, ‘‘मैं विदेश मंत्री को यह मुद्दा पाकिस्तान के उठाने के लिए पत्र लिखूंगा ताकि हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून का विरोध करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की भी आलोचना की।