जयपुर: राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने भाजपा सरकार पर लोगों के भोजन से मिठास गायब करने का आरोप लगाते हुए, प्रदेश सरकार से सवाल किया है कि ‘‘क्या भाजपा इसे ही अच्छे दिन बता रही थी?" पायलट ने एक बयान जारी कर कहा, ‘पिछले दो महीनों से गरीबों को राशन में मिलने वाली चीनी का वितरण सिर्फ इसलिए नहीं हो रहा क्योंकि केन्द्र सरकार ने चीनी पर अनुदान राशि 18.5 रु. प्रति किलोग्राम निर्धारित कर दी है। वहीं प्रदेश की भाजपा सरकार ने चीनी की खरीद 42.98 रु. प्रति कि.ग्रा. की दर से की है। ऐसे में अनुदान के 18.5 रु. इस राशि से घटाने पर राज्य सरकार को चीनी 24.48 रु. प्रति कि.ग्रा. पड़ रही है।’ उन्होंने कहा कि अब तक राशन की दुकानों पर चीनी लगभग 13 रु. प्रति कि.ग्रा. की दर पर उपभोक्ताओं को उपलब्ध थी। ऐसे में अनुदान राशि निर्धारित किये जाने से लगभग 10 रु. प्रति कि.ग्रा. का जो अतिरिक्त व्यय है, उसे किससे वसूला जाये, यह प्रदेश सरकार के लिए समस्या बन गया है। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर भाजपा की सरकार होने के बावजूद जनता को राशन भी उपलब्ध नहीं होना भाजपा के राज में गरीब जनता के बुरे दिनों के आगाज का सूचक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा चीनी जैसी मूलभूत खाद्य पदार्थ जनता को उपलब्ध नहीं करवा पाना बताता है कि केन्द्र व राज्य के समन्वय व संवाद के अभाव के कारण जनता मूलभूत खाद्य पदाथोर्ं से वंचित हो रही है।
पायलट ने मांग की है कि प्रदेश की भाजपा सरकार को जनता को चीनी पूर्ववर्ती दर (लगभग 13 रु. प्रति कि.ग्रा.) पर ही उपलब्ध करवानी चाहिए।