नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): भजनलाल शर्मा राजस्थान के नए मुख्यमंत्री होंगे। भाजपा विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी है। एक बार फिर पार्टी ने तमाम कयासों के उलट मुख्यमंत्री का चुनाव किया है। भजनलाल शर्मा राजस्थान की सांगानेर विधानसभा सीट से चुनकर आए हैं और पहली बार विधायक बने हैं। ऐसे में पार्टी ने उन्हें सीएम बनाकर हर किसी को चौंका दिया है। शर्मा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का करीबी माना जाता है।
भजनलाल शर्मा भरतपुर से हैं, लेकिन उन्हें वहां टिकट नहीं दिया गया था क्योंकि इस सीट पर उनकी जीत मुश्किल मानी जा रही थी। ऐसे में उन्होंने सांगानेर से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में भजनलाल शर्मा ने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48,081 वोटों से पराजित किया है। शर्मा संगठन के आदमी हैं। वह राज्य में भाजपा के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले महामंत्रियों में से एक हैं। राजनीति में अपने शुरुआती दिनों में शर्मा भाजपा के वैचारिक संरक्षक आरएसएस की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं।
उन्हें राजस्थान में किसी भी पार्टी गतिविधि के लिए सबसे आगे रहने वाले व्यक्ति के रूप में जाना जाता है, लेकिन वह काफी लो प्रोफाइल हैं।
चुनाव आयोग में दायर हलफनामे में कहा गया है कि 56 साल के भजनलाल शर्मा स्नातकोत्तर हैं। उन्होंने 1.5 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है, जिसमें 43.6 लाख रुपये की चल संपत्ति और 1 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है।
भाजपा विधायक दल की बैठक में भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने किया। इसके बाद सभी विधायकों ने उनका समर्थन किया।
विधायक दल की बैठक से पहले एक ग्रुप फोटो खींची गई जिसमें भजनलाल शर्मा आखिरी पंक्ति में खड़े थे, लेकिन उसके कुछ ही क्षणों बाद वो सीएम की रेस जीतने में कायमाब रहे।
इससे पहले, भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह मंगलवार दोपहर जयपुर पहुंचे। उनके साथ सह-पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और सरोज पांडेय भी जयपुर आए। राजस्थान में भाजपा के चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी भी चार्टर्ड विमान से उनके साथ पहुंचे। भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सीपी जोशी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचने पर नेताओं का स्वागत किया।
राज्य में 200 में से 199 सीट के लिए हुए चुनाव के परिणाम तीन दिसंबर को घोषित किये जा चुके हैं। 115 सीट पर जीत हासिल कर भाजपा बहुमत हासिल करने में कामयाब रही है। वहीं कांग्रेस को 69 सीट मिलीं।