जयपुर: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राजस्थान सीएम अशोक गहलोत द्वारा पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराने के आरोपों पर पलटवार किया है। पुरी ने कहा, राजस्थान सरकार के वेट नहीं घटाने के कारण पेट्रोल-डीजल दूसरे राज्यों की तुलना में 11 रुपये महंगा मिल रहा है। राजस्थान में बीजेपी सरकार बनने के बाद लखनऊ की तरह पेट्रोल 96 रुपये लीटर हो जाएगा।
बता दें कि बीजेपी प्रदेश मीडिया सेंटर पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने प्रेस वार्ता में कहा, सीएम के इल्जाम झूठे हैं। दाम बढ़ने की वजह से केंद्र सरकार नहीं, बल्कि राज्य सरकार की ओर से लगाया जा रहा है वेट है। उन्होंने पंजाब सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया और कहा कि हम उन्हें एथेनॉल दे रहे हैं और वे इसकी शराब बना रहे हैं। उन्होंने राहुल और प्रियंका गांधी को बंटी बबली बताया।
पुरी ने कहा कि कच्चा तेल हम इंपोर्ट करते हैं और रिफाइनरी में रिफाइंड करके सप्लाई किया जाता है। इस पर केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकार वेट या सेल्स टैक्स लगाती है।
उन्होंने कहा, राजस्थान सरकार ने साल 2021 से 22 और 22 से 23 के वित्तीय वर्ष में पेट्रोल-डीजल पर वेट से 35 हजार 975 करोड़ टैक्स कलेक्ट किया है। जो देश के 18 राज्यों द्वारा वसूले गए 32 हज़ार करोड़ रुपये के टैक्स से भी ज्यादा है।
उन्होंने कहा, बीजेपी शासित राज्यों के मुकाबले राजस्थान में पेट्रोल-डीजल 10 से 11 रुपये प्रति लीटर महंगा है। क्योंकि यहां पेट्रोल पर 31.04% और डीजल पर 19.3 प्रतिशत वेट है, जो बहुत ज्यादा है।पेट्रोल-डीजल पर केंद्र सरकार ने दो बार टैक्स कम किए हैं, इसके बावजूद राजस्थान में झूठ फैलाया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा कि गैस की बात करें तो कांग्रेस के राजस्थान में उज्जवला योजना में 500 रुपये का सिलेंडर दे रहे हैं। जब यह सिलेंडर 1100 रुपये में बिकता था, तब केंद्र सरकार ने 200 रुपये की सब्सिडी दी। अगस्त में हमने एडिशनल 300 रुपये की सब्सिडी दी, तो इसें राजस्थान का सहयोग क्या है? 600 रुपये तो केंद्र सरकार से ले रहे हो।