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वाराणसी: कोरोना संकट की वजह से आर्थिक तंगी के शिकार लोगों की मदद के लिए लोग अपने स्तर से प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों की फेहरिस्त में जो नाम सबसे आगे है, वो हैं अभिनेता सोनू सूद। पूरे लॉकडाउन में चाहे लोगों को उनके घर पहुंचाना हो, या किसी के लिए भोजन उपलब्ध कराना हो। सोनू को ट्वीट करके जानकारी दीजिए और कुछ घंटों में आपकी समस्या हल हो जाएगी।

कुछ दिनों पहले जब सोनू को काशी के नाविकों की आर्थिक तंगी के बारे में जानकारी मिली, तो उन्होंने न सिर्फ मदद का आश्वासन दिया, बल्कि मात्र छह घंटे में नाविकों के घर राशन भी पहुंचा दिया। लेकिन सोनू सूद द्वारा इस संबंध में किया ट्वीट स्थानीय भाजपा नेता को रास नहीं आया और अभिनेता को राजनीति न करने की सलाह दी।  

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के नाविकों पर दोहरी मार पड़ी है। पहले लॉकडाउन के चलते गंगा नदी में नौकायन ठप रहा तो अब बाढ़ के चलते 15 सितंबर तक के लिए नाव संचालन पर रोक लगा दी गई है।

ऐसे में काशी के 350 नाविक परिवारों के सामने पेट पालने का संकट खड़ा हो गया है।

कोई कर्ज लेकर बच्चों के लिए निवाले का इंतजाम कर रहा है तो कोई पत्नी के गहने बेच रहा है। इन बारे में जब काशी के समाजसेवी दिव्यांशु उपाध्याय ने सोनू सूद को ट्वीट किया, तो सोनू सूद ने ट्वीट किया "वाराणसी के घाटों पर रहने वाले 350 नाविक परिवारों का कोई भी सदस्य आज के बाद भूखा नहीं सोएगा। आज मदद पहुंच जाएगी।" हुुआ भी यही कि ट्वीट के 6 घंटे बाद ही मंगलवार को काशी के नाविक परिवारों को राशन किट उपलब्ध करा दी गई।

बुधवार को भाजपा के महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने नाविक परिवारों को राशन किट का वितरण किया। राय ने कहा कि, राशन वितरण और लोगों की मदद करना एक सराहनीय काम है मगर काशी के नाविक समाज को इस कदर नीचा दिखाना कहीं से उचित नहीं है। वाराणसी के नाविक समाज के लोगों को खाने पीने की समस्या न हो इसके लिए ये राशन वितरण किया जा रहा है। 

 

 

 

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