कानपुर: कानपुर में भारी बारिश की वजह से अंपायर ने पहले दिन के खेल को जल्द समाप्त करने की घोषणा की है। देर रात भारी बारिश की वजह से आज खेल की शुरुआत भी एक घंटे की देरी से हुई थी। टॉस नौ बजे की जगह सुबह 10 बजे हुआ था। वहीं, मैच शुरू सुबह साढ़े नौ बजे की जगह सुबह साढ़े 10 बजे हुआ था। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। भारतीय प्लेइंग-11 में कोई बदलाव नहीं था, जबकि बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शांतो ने दो बदलाव किए थे। नाहिद राणा और तस्कीन अहमद यह मैच नहीं खेल रहे हैं। उनकी जगह खालिह अहमद और तैजुल इस्लाम को प्लेइंग-11 में शामिल किया गया। टेस्ट के दूसरे दिन भी भारी बारिश की संभावना है। हालांकि, तीसरे दिन से मौसम साफ रहने का अनुमान है।
बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन ग्रीनपार्क में बारिश के कारण सिर्फ 35 ओवर का मैच हो सका। चेन्नई में अपनी पहली पारी में 47.1 ओवर में 149 रनों पर आलआउट होने वाली बांग्लादेशी टीम ने यहां सिर्फ तीन विकेट पर 107 रन बना लिए हैं।
जाकिर हसन और शदमान इस्लाम ने टीम को अच्छी शुरुआत देने की कोशिश की। हालांकि, ज्यादा डॉट बॉल खेल लेने की वजह से जाकिर पर दबाव आया और वह इस दबाव में अपना विकेट गंवा बैठे। जाकिर को आकाश दीप ने यशस्वी जायसवाल के हाथों कैच कराया। वह 24 गेंद में बिना खाता खोले हुए पवेलियन लौटे। इसके बाद आकाश दीप ने अच्छी बल्लेबाजी कर रहे शदमान इस्लाम को एल्बीडब्ल्यू आउट किया। वह 36 गेंद में 24 रन बनाकर आउट हुए। अपनी पारी में उन्होंने चार चौके लगाए।
फिर मोमिनुल हक ने कप्तान शांतो के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी की। इस साझेदारी को अश्विन ने तोड़ा। उन्होंने शांतो को एल्बीडब्ल्यू आउट किया। वह 57 गेंद में छह चौके की मदद से 31 रन बना सके। इसके बाद मोमिनुल और मुशफिकुर रहीम के बीच अब तक चौथे विकेट के लिए 27 रन की साझेदारी हो चुकी है। मोमिनुल 40 रन और रहीम छह रन बनाकर नाबाद हैं। आकाश दीप ने कप्तान रोहित शर्मा के तीन तेज गेंदबाज को खिलाने के फैसले को सही साबित किया और दो विकेट झटके और अश्विन को एक विकेट मिला।
इस टेस्ट में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। कानपुर में यह 24वां टेस्ट है और ऐसा सिर्फ दूसरी बार हुआ है जब यहां किसी कप्तान ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग चुनी हो। इससे पहले ऐसा 60 साल पहले 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ भारत ने यह फैसला किया था। तब टीम इंडिया के कप्तान मनसूर अली खान पटौदी रहे थे। उन्होंने कानपुर में टॉस जीतने के बाद इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया था।