पेरिस: भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक की शानदार शुरुआत की। नीरज ग्रुप बी के क्वालिफिकेशन में सबसे पहले शुरुआत करने आए और उन्होंने अपना इस सत्र का शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले ही प्रयास में 89.34 मीटर का थ्रो किया जो 84 मीटर के स्वत: क्वालिफिकेशन से काफी अधिक था। नीरज ने अपने स्वर्ण पदक के बचाव की बेहतरीन शुरुआत की है और उनसे फाइनल में भी इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद है।
अरशद भी फाइनल मैच में पहुंचे
नीरज के अलावा पाकिस्तान के उनके प्रतिद्वंद्वी अरशद नदीम ने भी पहले ही प्रयास में कमाल का प्रदर्शन किया और 86.59 मीटर का थ्रो कर स्वतः फाइनल के लिए क्वलिफाई कर लिया। नीरज की तरह अरशद का भी यह सीजन का सर्वश्रेष्ठ थ्रो था। गत ओलंपिक और विश्व चैंपियन नीरज ने 87.58 मीटर के प्रयास के साथ टोक्यो ओलंपिक का स्वर्ण पदक जीता था। ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पहले ही प्रयास में फाइनल के लिए क्वालिफाई किया।
पहले प्रयास के बाद नीरज ने आगे नहीं लिया हिस्सा
पीटर्स ने पहले प्रयास में 88.63 का थ्रो फेंक और वह ग्रुप बी से सीधे क्वालिफाई करने वाले तीसरे एथलीट रहे। नीरज पहले प्रयास में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले एथलीट रहे थे। पहले प्रयास में फाइनल के लिए सीधे क्वालिफाई करने के बाद नीरज और अरशद ने क्वालिफिकेशन में आगे हिस्सा नहीं लेने का निर्णय लिया और वे अन्य प्रयास में भाला फेंकने नहीं आए। फाइनल मुकाबला आठ अगस्त को भारतीय समयानुसार देर रात 11.50 बजे से होगा।
नीरज दो ओलंपिक स्वर्ण जीतने से एक कदम दूर
नीरज अब फाइनल में ओलंपिक के इतिहास में खिताब बरकरार रखने वाले पांचवां पुरुष भाला फेंक खिलाड़ी बनने के इरादे से उतरेंगे। अगर वह खिताब जीतते हैं तो ओलंपिक व्यक्तिगत वर्ग में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भी बनेंगे। ओलंपिक की पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में अभी तक एरिक लेमिंग (स्वीडन, 1908 और 1912), जोन्नी माइरा ( फिनलैंड, 1920 और 1924), चोपड़ा के आदर्श जान जेलेंजी (चेक गणराज्य, 1992 और 1996) और आंद्रियास टी (नॉर्वे, 2004 और 2008) की ओलंपिक में भाला फेंक स्पर्धा में अपने खिताब का बचाव कर पाए हैं।