पेरिस: भारतीय दिग्गज रोहन बोपन्ना ने पेरिस ओलंपिक में पुरुष युगल टेनिस के पहले दौर में हारने के बाद संन्यास की घोषणा कर दी। रविवार को खेले गए मुकाबले में उन्हें फ्रांस की गेल मोनफिल्स और एडौर्ड रोजर वेसलिन की जोड़ी ने 5-7, 6-2 हरा दिया। इसी के साथ भारतीय जोड़ी टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
'यह मेरा आखिरी इवेंट था'
इस मैच में हार के बाद बोपन्ना ने संन्यास की घोषणा की। उन्होंने कहा, "यह निश्चित रूप से देश के लिए मेरा आखिरी इवेंट होगा। मैं पूरी तरह से समझता हूं कि मैं कहां हूं और अब, जब तक यह चलता रहेगा, मैं टेनिस सर्किट का आनंद लेता रहूंगा। मैं जहां हूं, उसके लिए यह पहले से ही एक बड़ा बोनस है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं दो दशकों तक भारत का प्रतिनिधित्व करूंगा। 2002 से अपने पदार्पण से और 22 साल बाद भी भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलना। मुझे इस पर बेहद गर्व है।"
बोपन्ना और बालाजी की हार के साथ ही टेनिस में 1996 के बाद भारत के लिए ओलंपिक पदक का सूखा बरकरार रहा।
बोपन्ना 2016 में इस सूखे को खत्म करने के करीब आए थे लेकिन मिश्रित स्पर्धा में उनकी और सानिया मिर्जा की जोड़ी चौथे स्थान पर रही थी। बोपन्ना 2026 एशियाई खेलों से भी बाहर रहेंगे। वह पहले ही डेविस कप से संन्यास की घोषणा कर चुके हैं।