नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का ऋण महज एक वित्त वर्ष में कुटीर इकाइयों व उपक्रमों को दिया जाय। उन्होंने लोगों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने में इसे एक बड़ी ‘सफलता’ बताया। यहां एक कार्यक्रम में गरीबों एवं भूमिहीन लोगों को लघु ऋणों का वितरण करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि स्वतंत्रता के छह दशक बाद भी करीब 60 करोड़ लोगों के पास बैंक खाते नहीं थे। ‘नरेन्द्र मोदी नीत भाजपा सरकार जनधन योजना लेकर आई और 20 करोड़ खाते खोलने का सफल प्रयास किया और उनहें अर्थव्यवस्था में जोड़ने में मदद की।’
उन्होंने कहा, ‘सरकार यहीं नहीं रुकी। इस पहल के जरिए जुड़े परिवारों की सुरक्षा का भी ख्याल रखा गया और उन्हें सालाना 12 रुपये के प्रीमियम पर दो लाख रुपये का दुर्घटना बीमा उपलब्ध कराया गया। इसके बाद मोदी सरकार मुद्रा बैंक लेकर आई। स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए इससे बेहतर कोई चीज नहीं हो सकती।’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘महज एक वित्त वर्ष में, नरेन्द्र मोदी सरकार ने लघु इकाइयों को करीब एक लाख करोड़ रपये के रिण दिए। रिण लेने वालों की संख्या बढ़कर 45 लाख पहुंच गई है। यह स्वरोजगार के लिए एक बड़ी सफलता है। यह एक बड़ी उपलब्धि है।’ शाह ने कहा कि माइक्रो फाइनेंस की अवधारणा को ‘चौपाल’ का आयोजन कर आगे ले जाया जा रहा है।