मुंबई: मुंबई मेट्रो रेल निगम ने लार्सन एंड टर्बो (एलएंडटी) और हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी (एचसीसी) को मेट्रो की कोलाबा-बांद्रा-सीप्ज लाइन के निर्माण के ठेके दिए हैं। मेट्रो की यह लाइन 33.5 किलोमीटर लंबी है। निगम ने एचसीसी और रूस की एमएमएस के संयुक्त उपक्रम को 2,523 करोड़ रुपये का ठेका प्रदान किया। इसके तहत कंपनी को 4,072 मीटर के भूमिगत मेट्रो खंड के निर्माण का काम मिला है। इसमें चार भूमिगत स्टेशन छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, कल्बादेवी, गिरगांव और ग्रांट रोड का निर्माण शामिल है। इसी के साथ इसमें एक 3,115 मीटर लंबी जुड़वा बोर सुरंग का निर्माण भी किया जाना है। इसके अलावा कंपनी ने एलएंडटी को भी 5,273 करोड़ रुपये का एक ठेका दिया है। इसके तहत कंपनी को मेट्रो-3 की परियोजना के लिए पैकेज-1 और पैकेज-7 के लिए भूमिगत स्टेशन की डिजायनिंग एवं निर्माण का काम करना होगा। इसके अलावा इन्हीं पैकेजों के लिए जुड़ी हुई सुरंगों का निर्माण भी इस ठेके में शामिल हैं। एलएंडटी कफ परेड, विधान भवन, चर्च गेट, मरोल नाका और हुतात्मा चौक भूमिगत स्टेशनों का निर्माण करेगी। इसके अलावा कफ परेड से छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और एमआईडीसी से सीप्ज तक की जुड़ी हुई सुरंगों का भी निर्माण करेगी। सीप्ज पर यह सुरंग अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से जुड़ेगी। यह परियोजना 55 महीनों में पूरी की जानी है। इसी बीच दिल्ली से मिली खबर के मुताबिक मुंबई मेट्रो रेल निगम ने अपनी तीसरी लाइन के निर्माण के लिए जे. कुमार इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के संयुक्त उपक्रम को 5,012 करोड़ रुपये का एक ठेका दिया है।
कंपनी ने बंबई शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि जे कुमार इंफ्रा के सीआरटीजी के साथ संयुक्त उपक्रम को यह ठेका मिला है। इसके तहत वह धारावी, बीकेसी, विद्यानगरी और सांताक्रूज में भूमिगत स्टेशन और इससे जुड़ी सुरंगों का निर्माण करेगी। इसके अलावा छत्रपति शिवाजी घरेलू हवाईअड्डा, सहर रोड और अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा के खंडों का निर्माण, डिजाइन एवं इससे जुड़ी हुई सुरंगों का भी निर्माण करेगी।