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नई दिल्ली: ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन से अलग होने की खबर से पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था हिल गई है। रुपया 96 पैसा लुढ़क गया है। जबकि अगर ब्रिटेन की मुद्रा पाउंड की बात करें तो डॉलर के मुकाबले ये 31 वर्ष के निचले स्तर पर आ गया है। भारतीय शेयर बाजार भी 1000 अंकों तक धड़ाम हो गया। ब्रिटेन के जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के पक्ष में अधिक मत पड़ने की आशंका के बीच आज शुरुआती कारोबार में रुपया 68 के स्तर को पार कर गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि आयातकों तथा बैंकों की ओर से अमेरिकी मुद्रा की मांग बढ़ने और विदेशी कोष की निकासी के बीच घरेलू मुद्रा पर असर पड़ा। रुपया कल के कारोबार में 23 पैसे चढ़कर 67.25 पर बंद हुआ था। जबकि आज यह 96 पैसे टूट गया। यूरोपीय संघ (ईयू) से ब्रिटेन के बाहर निकलने की आशंकाओं के बीच देश की मुद्रा पाउंड, डॉलर के मुकाबले 31 वर्षों के निचले स्तर तक लुढ़क गया है। ईयू में बने रहने या इससे बाहर निकलने के लिए गुरुवार को ब्रिटेन में ऐतिहासिक जनमत संग्रह हुआ था। ‘द इंडिपेंडेंट’ के मुताबिक, बाजार को अनुमान है कि ब्रिटेन ईयू से बाहर निकल सकता है। बाजार के इस अनुमान के कारण पाउंड 1985 के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। पाउंड पहले ही एकदिनी ऊपरी और निचले स्तर तक लुढ़क चुक है। यह 10 प्रतिशत से अधिक ऊपरी और निचले स्तर के बीच रहा है।

 

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