नई दिल्ली: रघुराम राजन द्वारा बतौर आरबीआई गवर्नर दूसरा टर्म लेने से इनकार का असर माना जा रहा है कि कारोबारी सप्ताह के पहले ही दिन रुपया तीखी कमजोरी के साथ खुला, जबकि शेयर बाजार भी शुरुआत में औंधे मुंह गिरते नज़र आ रहे थे। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 170 से अधिक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स निफ्टी 60 अंक से अधिक की गिरावट के साथ खुले थे, जबकि रुपए ने सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 60 पैसे की कमजोरी के साथ 67.68 पर कारोबार की शुरुआत की। सोमवार को बिकवाली के दबाव के चलते शेयर बाजारों में रेड जोन में कारोबार की शुरुआत हुई, जबकि रुपया, जो शुक्रवार को प्रति डॉलर 67.08 पर बंद हुआ था, वह एक फीसदी गिरावट के साथ सोमवार को 67.68 पर खुला। हालांकि ओपनिंग के कुछ समय बाद शेयर बाजार थोड़ा संभलते हुए दिखाई दे रहे हैं। निफ्टी 0.02 फीसदी, यानी 1.35 अंक की तेजी के साथ 8,171.55 के स्तर पर देखा गया। शेयर बाजार में यह बढ़त वैश्विक बाजारों से मिले संकेतों के बाद दिखाई दी। 10 बजकर 20 मिनट पर निफ्टी 0.23% अंक यानी 18.45 तेजी के साथ 8,189 पर कारोबार करता देखा गया। वहीं, सेंसेक्स 0.27% अंकयानी 72.41 की तेजी के साथ 26,698 के स्तर पर कारोबार करता देखा गया। राजन के फ़ैसले से उद्योग जगत के एक बड़े हलके में मायूसी दिख रही है।
राजन का कहना है कि वह वापस शिक्षा के क्षेत्र में जाना चाहते हैं। जानकारों की माने तो आज खुल रहे मार्केट पर भी रघुराम राजन के फैसले का असर पड़ सकता है। NDTV से ख़ास बातचीत में राजन ने बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी के आरोपों पर सीधे तौर पर तो कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया लेकिन जब बात उनके ग्रीन कार्ड होल्डर होने और उनकी भारतीयता पर उठ रहे सवालों की आई तो उन्होंने साफ़ कर दिया कि देशभक्ति दिखाने का हर किसी का अलग-अलग तरीक़ा होता है। राजन ने रविवार को साफ किया कि गवर्नर कोई भी हो, रिजर्व बैंक अपना काम करता रहेगा और इस पद की पहचान व्यक्तियों से नहीं की जानी चाहिए।