नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ईमानदार करदाताओं को कभी भी परेशान नहीं किया जाना चाहिए। भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के 167 परिवीक्षाधीन (प्रोबेशनर्स) अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए मोदी ने उनसे काम के वक्त भरोसे का भाव रखने और मानवीय दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में कानून को मानने वाले लोगों की संख्या बहुत अधिक है और वे लोग देशहित में कानून का पालन करना चाहते हैं। एक सरकारी बयान में कहा गया है, उन्होंने कहा कि सरकार की राजस्व नीति को लागू करने के दौरान अपने कर्तव्य निर्वहन के क्रम में भी ईमानदार करदाता परेशान नहीं किया जाना चाहिए। इन अधिकारियों के सिलसिलेवार ढंग से किए गए सवालों का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को यह निश्चित रूप से महसूस करना चाहिए कि प्रत्येक नागरिक उसके परिवार का सदस्य है। यदि यह भाव रहेगा तो अधिकारी थके हुए नहीं महसूस करेंगे।
मोदी ने 45 मिनट तक चली इस बातचीत में अपने जीवन और राजनीतिक अनुभव से जुड़े कई किस्से सुनाए। इनका मकसद इन अधिकारियों को संवेदनशील एवं मानवीय दृष्टिकोण अपनाने के महत्व को समझाना था।