कजान: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अवसर पर कजान में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक से पहले राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी का गले लगाकर स्वागत किया।
'हमारे सहयोग से भारत की नीतियों को मिलेगा लाभ': राष्ट्रपति पुतिन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, "मुझे याद है कि जुलाई में हमारी मुलाकात हुई थी और कई मुद्दों पर बहुत अच्छी चर्चा हुई थी। हमने कई बार टेलीफोन पर भी बात की थी। कजान आने का निमंत्रण स्वीकार करने के लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं। आज हम ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे और उसके बाद रात्रिभोज करेंगे। आज अन्य नेताओं के साथ आगामी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान हमें कुछ बहुत महत्वपूर्ण निर्णय लेने चाहिए।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, "अंतर-सरकारी आयोग की अगली बैठक 12 दिसंबर को नई दिल्ली में होनी है।
कजान में दूतावास खोलने के फैसला का स्वागत: पुतिन
उन्होंने कहा, हमारी परियोजनाएं लगातार विकसित हो रही हैं। आपने कजान में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने का फैसला किया है। हम इसका स्वागत करते हैं। हमारे सहयोग को भारत की नीतियों से लाभ मिलेगा। हम आपको और आपके प्रतिनिधिमंडल को रूस में देखकर बहुत खुश हैं।"
कजान में खुलेगा भारत का दूतावास: पीएम मोदी
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं आपकी मित्रता, गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए कजान जैसे खूबसूरत शहर में आने का अवसर मिलना मेरे लिए बहुत खुशी की बात है। इस शहर के साथ भारत के गहरे और ऐतिहासिक संबंध हैं। कजान में भारत के नए दूतावास के खुलने से ये संबंध और मजबूत होंगे।"
'हमारी मुलाकातों से हमारी मित्रता का पता चलता है': पीएम मोदी
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "पिछले तीन महीनों में रूस की मेरी दो यात्राएं हमारे घनिष्ठ समन्वय और गहरी मित्रता को दर्शाती हैं। जुलाई में मॉस्को में हमारे वार्षिक शिखर सम्मेलन ने हर क्षेत्र में हमारे सहयोग को मजबूत किया है। 15 वर्षों में ब्रिक्स ने अपनी विशेष पहचान बनाई है और अब दुनिया के कई देश इससे जुड़ना चाहते हैं। मैं कल ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के विषय पर मैं लगातार आपके संपर्क में रहा हूं। जैसा कि मैंने पहले कहा है, हमारा मानना है कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए। हम शांति और स्थिरता की शीघ्र स्थापना का पूरा समर्थन करते हैं। हमारे सभी प्रयासों में मानवता को प्राथमिकता दी जाती है। भारत आने वाले समय में हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है।"