संयुक्त राष्ट्र: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने शनिवार (28 सितंबर) को संयुक्त राष्ट्र महासभा की 79वीं बैठक को संबोधित किया। संबोधन के दौरान एस जयशंकर ने पाकिस्तान को दो टूक जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान अपने कर्मों का फल भुगत रहा है और पाकिस्तान की जीडीपी सिर्फ कट्टरता में ही काम आती है।
एस जयशंकर ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, 'आतंक के हर रूप का विरोध होना चाहिए और पाकिस्तान को एक्सपोज किया जाए। पाकिस्तान की आतंक नीति किसी भी कीमत पर सफल नहीं होगी। हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान आतंकवाद के लिए जाना जाता है, लेकिन पाकिस्तान कभी भी कामयाब नहीं होगा। शांति और विकास साथ-साथ चलते हैं।'
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, 'हमने कल इसी मंच से कुछ विचित्र बातें सुनीं। मैं भारत की स्थिति को बहुत स्पष्ट कर देना चाहता हूं- पाकिस्तान की सीमा पार आतंकवाद की नीति कभी सफल नहीं होगी और उसे दंड से बचने की कोई उम्मीद नहीं करनी चाहिए। इसके विपरीत, कार्रवाई के निश्चित रूप से परिणाम होंगे।
उन्होंने कहा, हमारे बीच हल किया जाने वाला मुद्दा केवल पाकिस्तान के अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करना है।'
इजरायल-गाजा युद्ध पर की बात
एस. जयशंकर ने कहा, 'हम 79वीं यूएनजीए की थीम 'किसी को पीछे न छोड़ने' का दृढ़ता से समर्थन करते हैं। एक मुश्किल दौर में हम सभी यहां जमा हुए हैं। कोविड महामारी के कहर से दुनिया अभी भी उबर नहीं पाई है। रूस-यूक्रेन युद्ध अपने तीसरे वर्ष में प्रवेश कर गया है और गाजा में संघर्ष और भी व्यापक रुप ले चुका है। ये ऐसा दौर है जहां समझौते और भी ज्यादा मुश्किल हो गए हैं। मौजूदा वक्त में हम शांति और समृद्धि दोनों को ही समान रूप से खतरे में देख रहे हैं क्योंकि अब विश्वास खत्म हो गया है।'