न्यूयॉर्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड स्थित नासाउ कोलिजीयम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भारत माता की जय के नारे के साथ की। इसके बाद उन्होंने कहा कि नमस्ते लोकल से ग्लोबल हो गया है। यह सब उनकी वजह से हुआ है, जो दिल में भारत को लेकर दुनिया में बसे हुए हैं।
पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा, 'भारत अब अवसरों की भूमि है। यह अब अवसरों का इंतजार नहीं करता, बल्कि अवसरों का सृजन करता है। पिछले 10 वर्षों में भारत ने हर क्षेत्र में अवसरों के लॉन्चिंग पैड बनाए हैं। भारत ऊर्जा और सपनों से भरा हुआ है। हर दिन हम नई उपलब्धियां देखते हैं। आज, भारत की पुरुष और महिला दोनों टीमों ने शतरंज ओलंपियाड में स्वर्ण पदक जीते हैं।'
प्रधानमंत्री मोदी ने न्यूयॉर्क में कहा, 'मैं भारत का पहला ऐसा प्रधानमंत्री हूं, जो आजादी के बाद पैदा हुआ। करोड़ों भारतीयों ने अपना जीवन स्वतंत्रता आंदोलन के लिए समर्पित कर दिया।
उन्होंने कहा, हम भारत के लिए मर तो नहीं सकते, लेकिन देश के लिए जी सकते हैं। पहले दिन से ही मेरा दिल और मिशन बहुत स्पष्ट रहा है। मैं अपना जीवन 'स्वराज' के लिए नहीं दे सकता था, लेकिन मैंने तय किया कि मैं अपना जीवन 'सुराज' और 'समृद्ध भारत' के लिए समर्पित करूंगा।'
'सोचा नहीं था मुख्यमंत्री बनूंगा'
पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा, 'ऐसा भी समय था जब मैंने अपने लिए दूसरा रास्ता चुना था, लेकिन नियति मुझे राजनीति में ले आई। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा। मैं गुजरात का सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाला व्यक्ति था। बाद में लोगों ने मुझे पदोन्नत किया और प्रधानमंत्री बनाया।'
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, 'चुनाव की लंबी प्रक्रिया के बाद, इस बार भारत में कुछ अभूतपूर्व हुआ है। लगातार तीसरी बार हमारी सरकार सत्ता में लौटी है। ऐसा पिछले 60 साल में नहीं हुआ था। भारत की जनता का यह जनादेश बहुत महत्व रखता है। इस तीसरे कार्यकाल में हमें बड़े लक्ष्य हासिल करने हैं।'
'भारत और अमेरिका डेमोक्रेसी के जश्न में एक साथ'
पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि 2024 का ये साल पूरी दुनिया के लिए बहुत अहम है। एक तरफ दुनिया के कई देशों के बीच संघर्ष है, तनाव है तो दूसरी तरफ कई देशों में डेमोक्रेसी का जश्न चल रहा है। भारत और अमेरिका डेमोक्रेसी के जश्न में भी एक साथ है।
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि हाल ही में भारत में हुआ लोकसभा चुनाव, मानव इतिहास का सबसे बड़ा चुनाव था। उन्होंने कहा, 'आप कल्पना कर सकते हैं कि अमेरिका की कुल आबादी से करीब दो गुने वोटर। यहां तक कि पूरे यूरोप की कुल आबादी से ज्यादा वोटरों ने भारत में अपना वोट डाला। जब हम भारत की डेमोक्रेसी का स्केल देखते हैं तो और भी गर्व होता है।'
पीएम मोदी ने अपने भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति का आभार जताते हुए कहा कि कल ही प्रेसिडेंट जो बाइडेन अपने घर ले गए थे। उनकी आत्मीयता, उनकी गर्मजोशी, मेरे लिए दिल छू लेने वाला मोमेंट रहा। उन्होंने कहा कि ये सम्मान 140 करोड़ भारतीयों का है, ये सम्मान आपका है और आपके पुरुषार्थ का है।
विविधता को समझना हमारे संस्कारों में: पीएम मोदी
पीएम ने कहा, 'हम जहां भी जाते हैं, सबको परिवार मानकर उनसे घुल मिल जाते हैं। डायवर्सिटी को समझना, जीना, उसे अपने जीवन में उतारना... ये हमारे संस्कारों में है। कोई तमिल बोलता है, कोई तेलुगु, कोई मलयालम, तो कोई कन्नड़ा, कोई पंजाबी, कोई मराठी तो, कोई गुजराती। भाषा अनेक हैं, लेकिन भाव एक है और वो भाव है- भारतीयता।'
पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा, 'हम एक ऐसे देश से ताल्लुक रखते हैं, जहां दर्जनों भाषाएं और संवाद हैं। दुनिया के सभी धर्म और मजहब हैं और फिर भी हम एकजुट होकर आगे बढ़ रहे हैं।'
पीएम ने कहा, 'मैंने हमेशा प्रवासी भारतीयों की क्षमताओं को समझा है। मैं इसे तब भी समझता था, जब मेरे पास कोई आधिकारिक पद नहीं था। मेरे लिए, आप सभी भारत के मजबूत ब्रांड एंबेसडर रहे हैं। यही कारण है कि मैं आपको राष्ट्रदूत' कहता हूं।'
हजारों लोग कार्यक्रम में जुटे
पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए 42 अलग-अलग राज्यों से 15,000 से भी अधिक भारतीय प्रवासी एकत्रित हुए हैं। उनके संबोधन से पहले हॉल में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए, जहां 500 से भी अधिक कलाकारों ने लोकगीतों पर नृत्य प्रस्तुति दी।
आयोजकों ने एएनआई को बताया कि यह पहली बार है कि 75 साल में कोई भारतीय प्रधानमंत्री लॉन्ग आइलैंड आ रहा है। नासाउ काउंटी के मेयर इतने उत्साहित हैं कि उन्होंने कहा कि वे न केवल भारत में बल्कि दुनिया में सबसे लोकप्रिय नेता का स्वागत करने जा रहे हैं।