नई दिल्ली: द्वीपीय देश में भारतीय सैन्य प्लेटफार्म का संचालन जारी रखने के लिए भारत और मालदीव के बीच समाधान तलाशने को लेकर अहम वार्ता हो रही है। मामले के जानकारों का कहना है कि कोर समूह की दूसरी उच्च स्तरीय बैठक दिल्ली में जारी है। इसके दो सप्ताह पहले माले में हुई पहली बैठक में इस मुद्दे पर कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हो सकी थी।
दिसंबर में पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू के बीच हुई थी मुलाकात
दिसंबर में दुबई में कॉप 28 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के बीच हुई बैठक के बाद दोनों पक्षों ने कोर समूह गठित करने का निर्णय लिया था। पिछले महीने मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत को 15 मार्च तक अपने सैन्य कर्मियों को उनके देश से वापस बुलाने कहा था।
मालदीव में हैं भारत के करीब 80 सैन्यकर्मी
वर्तमान में भारत के करीब 80 सैन्यकर्मी मालदीव में हैं। वह दो हेलीकाप्टर और एक विमान का संचालन करते हैं।
इनके जरिये सैकड़ों मेडिकल बचाव एवं मानवीय सहायता मिशन को पूरा किया गया है।
14 जनवरी को भी हुई थी बैठक
कोर समूह की 14 जनवरी को हुई पहली बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा था कि दोनों पक्ष एक परस्पर स्वीकार्य समाधान तलाशने पर गौर कर रहे हैं, ताकि मालदीव के लोगों को मानवीय सहायता एवं मेडिकल बचाव सेवाएं मुहैया करने वाले भारतीय विमानन प्लेटफार्म का संचालन जारी रखा जा सके।