माले: मालदीव के डिप्टी मिनिस्टर हसन जिहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी को लेकर खुद को और अन्य मंत्रियों के कैबिनेट से निलंबित करने की रिपोर्ट का खंडन किया है। उन्होंने निलंबन की खबरों को फेक बताया।
उनका खंडन ऐसे समय में आया है जब स्थानीय मीडिया आउटलेट अधाधू ने रिपोर्ट दी थी कि मंत्री मरियम शिउना, मालशा शरीफ और महजूम माजिद को प्रधानमंत्री मोदी का मजाक उड़ाने वाले सोशल मीडिया पोस्ट पर निलंबित कर दिया गया है।
एक सरकारी सूत्र का हवाला देते हुए अधाधु ने बताया कि हाल ही में लक्षद्वीप की यात्रा के बाद पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक बयान देने के लिए तीन मंत्रियों को निलंबित कर दिया गया था। इनमें जिहान के अलावा मंत्री मरियम शिउना और जाहिद रमीज के नाम भी शामिल थे।
पीएम मोदी को लेकर की थी अपमानजनक पोस्ट
स्थानीय मीडिया आउटलेट ने बताया था कि मालदीव सरकार के अधिकारियों के एक वर्ग को भी भारतीय नागरिकों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बहस करते देखा गया।
गौरतलब है कि मालदीव के एक मंत्री और कुछ अन्य सरकारी अधिकारियों ने पीएम मोदी की हालिया लक्षद्वीप यात्रा को लेकर अपमानजनक पोस्ट शेयर की थी, जिसके बाद हंगामा मच गया।
प्रधानमंत्री ने शेयर की थी लक्षद्वीप की तस्वीरें
बता दें कि पीएम मोदी ने 2 जनवरी को केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप का दौरा किया और कई तस्वीरें शेयर कीं, जिसमें स्नॉर्कलिंग में हाथ आजमाने का 'रोमांचक अनुभव' भी शामिल था। एक्स पर पोस्ट की एक सीरीज में पीएम मोदी ने सफेद समुद्र तटों, नीले आसमान और समुद्र की तस्वीरें भी शेयर कीं। तस्वीरें शेयर करते हुए पीएम मोदी ने लिखा था कि जो लोग ऐडवेंचर पसंद करते हैं, उन्हें लक्षद्वीप को अपनी लिस्ट में शामिल करना चाहिए।
मरियम शिउना ने बनाया था मजाक
इन्हीं तस्वीरों को लेकर मालदीव की मंत्री शिउना ने पीएम मोदी का मजाक बनाया था। हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी पोस्ट को डिलीट कर दिया। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, एक सूत्र ने कहा कि मालदीव की मंत्री मरियम शिउना की हालिया टिप्पणियों के संबंध में भारतीय उच्चायुक्त ने माले में मामला उठाया है।
इससे पहले मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने शिउना की पीएम मोदी को लेकर की गई अपमानजनक टिप्पणियों की निंदा की और राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से सरकार को टिप्पणियों से दूर रखने का आग्रह किया।